स्मार्ट सिटी की लेट-लतीफी, स्वच्छता सर्वेक्षण पर भी पड़ेगा असर
एक साल में भी पूरा नहीं हो पाया महाराजपुर प्रवेश द्वार का काम
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
बाहर से आने वालों के मन में शहर की छवि अच्छी बन सके, इसके लिए स्मार्ट सिटी ने महाराजपुर प्रवेश द्वार का सौंदर्यीकरण करने का निर्णय लिया था। एक साल बीत जाने के बाद भी सौंदर्यीकरण का काम पूरा नहीं हो पाया है। इसका असर हाल ही में होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण पर भी पड़ सकता है। इसके बाद भी स्मार्ट सिटी के अधिकारी काम में तेजी नहीं ला रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले साल स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए आयोजित बैठक में तत्कालीन कलेक्टर ने कहा था कि शहर के प्रवेश द्वार सुंदर होना चाहिए, ताकि शहर के बाहर से आने वाले लोगों के मन में शहर की अच्छी छवि बन सके। इससे स्वच्छता सर्वेक्षण में भी शहर को अतिरिक्त अंक मिल सकेंगे। इसके आधार पर महाराजपुर प्रवेश द्वार का सौंदर्यीकरण करने का निर्णय लिया गया था। इस काम के लिए 6 माह की समय-सीमा तय की गई थी। हकीकत यह है कि एक साल बीत जाने के बाद भी सौंदर्यीकरण का काम पूरा नहीं हो पाया गया है। लोगों का कहना है कि यदि प्रवेश द्वार का काम समय पर पूरा कर लिया जाता तो स्वच्छता सर्वेक्षण में अतिरिक्त अंक मिल सकते थे। स्मार्ट सिटी के अफसरों की लापरवाही से शहर को नुकसान उठाना पड़ेगा।
सड़क का काम पूरा, प्रवेश द्वार अधूरा
क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि अधारताल से महाराजपुर के बीच लगभग 25 करोड़ रुपए की लागत से सीमेंट सड़क का िनर्माण किया गया है। सड़क का काम लगभग पूरा हो गया है। सड़क पर सेंट्रल लाइटिंग भी लगाई जा चुकी है। प्रवेश द्वार का काम अधूरा होने से सड़क की सुंदरता खराब हो रही है। लोगों का कहना है कि प्रवेश द्वार के सौंदर्यीकरण का काम जल्द किया जाना चाहिए।
अभी तक गड्ढों में नहीं भरी गई मिट्टी
महाराजपुर प्रवेश द्वार पर चारों तरफ लैंड स्कैपिंग का काम किया जाना है। लैंड स्कैपिंग के लिए जगह-जगह गड्ढे किए गए हैं। गड्ढों में मिट्टी भरने के बाद लैंड स्कैपिंग का काम किया जाएगा। जानकारों का कहना है कि जल्द ही बारिश शुरू होने वाली है। बारिश होते ही गड्ढों में पानी भर जाएगा। ऐसे में मिट्टी भरने के लिए बारिश थमने का इंतजार करना पड़ेगा।
महाराजपुर प्रवेश द्वार के सौंदर्यीकरण का अधिकांश काम पूरा कर लिया गया है। बारिश शुरू होते ही प्रवेश द्वार पर लैंड स्कैपिंग का काम शुरू किया जाएगा।
- चंद्रप्रताप सिंह गोहल, सीईओ स्मार्ट सिटी