जबलपुर: कई जगह हवा में झूल रहे खतरनाक यूनिपोल, नहीं हुआ स्ट्रक्चरल ऑडिट
- जल्द हटाए जाएँ डेंजर यूनिपोल, मुंबई और पूना की घटना से तो सबक लें जिम्मेदार
- शहर में लगे खतरनाक यूनिपोल को लेकर उद्योग संगठनों ने भी आवाज बुलंद की है।
- शहर में जगह-जगह सड़क और फुटपाथ पर यूनिपोल लगाने की अनुमति दे दी गई है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शहर में नागरिक सुरक्षा और नियमों को ताक पर रखकर जगह-जगह हवा में झूलते हुए खतरनाक यूनिपोल लगाए गए हैं। जल्द ही प्री-मानसून की एक्टिविटी शुरू होने वाली है। इस दौरान तेज आँधी और तूफान के साथ बारिश भी होगी।
ऐसे में हवा में झूलते खतरनाक यूनिपोल तबाही मचा सकते हैं। पिछले महीने मुंबई में होर्डिंग गिरने से 16 लोगों की मौत हो चुकी है, इसी तरह पूना में भी होर्डिंग गिर चुका है। इसके बाद भी जबलपुर में यूनिपोल का स्ट्रक्चरल ऑडिट नहीं कराया गया।
इससे स्पष्ट है कि जिम्मेदार अधिकारियों ने मुंबई और पूना की घटना से कोई सबक नहीं लिया। मध्यप्रदेश आउटडोर विज्ञापन मीडिया नियम 2017 के अनुसार यूनिपोल को सड़क और फुटपाथ से 3 मीटर की दूरी पर लगाना चाहिए।
शहर में जगह-जगह सड़क और फुटपाथ पर यूनिपोल लगाने की अनुमति दे दी गई है। शहर में मानस भवन, गौमाता चौक, तैयबअली चौक, रांझी सहित कई क्षेत्रों में सड़क के ऊपर हवा में झूलते हुए यूनिपोल लगाए गए हैं, जो तेज आँधी और तूफान में गिर सकते है।
मुंबई और पूना में होर्डिंग गिरने के बाद देश के कई शहरों में होर्डिंग और यूनिपोल का स्ट्रक्चरल ऑडिट कराया जा रहा है। इस मामले में जबलपुर के जिम्मेदार अधिकारी चुप्पी साधकर बैठे हुए हैं। शहर में लगे खतरनाक यूनिपोल को लेकर उद्योग संगठनों ने भी आवाज बुलंद की है।