कलेक्टर ने चौराहे पर लगाई चौपाल, किसानों से कहा- चिंता मत करो
लापरवाही करने वालों पर होगी कार्रवाई, किसानों को दिलाया जाएगा एक-एक रुपया
डिजिटल डेस्क जबलपुर। शुक्रवार को अचानक कलेक्टर ने पनागर क्षेत्र का दौरा िकया। इस दौरान उन्होंने तहसील कार्यालय और जनपद कार्यालय पनागर का निरीक्षण किया। वहीं ग्राम बम्हनौदा में ज्योति पटैल द्वारा स्थापित गोबर गैस संयंत्र का अवलोकन कर उसकी सराहना की। इसके बाद वे जब बरौदा चौराहे पर पहुँचे आम ग्रामीण उन्हें पहचान कर पास आने लगे और कुछ ही देर में भीड़ लग गई। इस तरह यहाँ एक प्रकार की चौपाल लग गई और ग्रामीणों ने अपनी समस्याएँ सुनाईं, तो कलेक्टर ने तत्काल उनका हल भी निकाला। सबसे बड़ी समस्या यहाँ के चंसोरिया वेयर हाउस में फँसे किसानों की राशि की थी जिस पर कलेक्टर ने कहा-पहले तो दोषियों पर कठोर कार्रवाई हो जाए इसके बाद हर किसान को उसकी उपज का एक-एक रुपया दिलाया जाएगा।
ग्रामीणों के साथ हुई चर्चा के दौरान कलेक्टर ने राशन की उपलब्धता से लेकर उनकी समस्याएँ जानीं। बातचीत के दौरान मुख्य मुद््दा किसानों को धान का भुगतान न होने का सामने आया। किसानों ने कलेक्टर को बताया कि उन्होंने अपनी धान बरौदा के चंसोरिया वेयर हाउस स्थित खरीदी केन्द्र को समर्थन मूल्य पर स्लॅाट बुक कराकर 12 जनवरी के आसपास बेची थी, लेकिन पर्ची जारी करने और तुलाई के बाद भी उनकी धान 17 से 19 जनवरी के बीच चढ़ाई गई और उनका भुगतान अभी तक रुका हुआ है। श्री सक्सेना ने चंसोरिया वेयर हाउस में धान खरीदी में हुई अनियमितता की विस्तार से जानकारी किसानों को दी। उन्होंने बताया कि इस खरीदी केन्द्र में करीब 96 हजार क्विंटल धान की खरीदी पोर्टल पर चढ़ा दी गई थी लेकिन शंका होने पर कराई गई जाँच में यहाँ लगभग 50 हजार क्विंटल धान का स्टॉक ही पाया गया। जाँच में पाया गया कि यहाँ लगभग 46 हजार क्विंटल धान की फर्जी खरीदी चढ़ा दी गई तथा किसानों की आड़ में बिचौलियों और व्यवसायियों को भुगतान भी कर दिया गया। कलेक्टर ने किसानों को बताया कि चंसोरिया वेयर हाउस में धान खरीदी में हुए इस फर्जीवाड़े के दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई है। उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्हें जेल भी जाना पड़ेगा।
17 जनवरी के बाद हुई खरीदी का भुगतान रोका-
श्री सक्सेना ने किसानों को आश्वस्त किया कि 17 तारीख के बाद हुई धान खरीदी का भुगतान फिलहाल रोक दिया गया है। उन्होंने किसानों से कहा कि यदि वे ऐसे व्यक्तियों की पहचान करने में प्रशासन का सहयोग देने को तैयार हैं जिनके नाम धान की फर्जी खरीदी चढ़ाई गई है तो उनकी समस्या का काफी हद तक समाधान किया जा सकता है।
कलेक्टर ने किसानों से कहा कि चंसोरिया वेयर हाउस उपार्जन केन्द्र पर जिन किसानों के नाम से धान खरीदी दर्शाई गई है, उनकी पूरी सूची कल ही बरौदा भेजेंगे। इस सूची से किसान ऐसे एक-एक व्यक्ति को चिन्हित कर लें जिनके नाम किसानों की आड़ में धान की फर्जी खरीदी चढ़ाई गई है। निरीक्षण के दौरान एसडीएम पनागर पीके सेनगुप्ता भी मौजूद थे।
फर्जीवाड़े को रोकने में मदद दें किसान-
कलेक्टर ने चर्चा के दौरान किसानों को गेहूँ के उपार्जन के दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि किसान उपार्जन की प्रक्रिया को अच्छी तरह से समझ लें। खासतौर पर सिकमीनामा के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े को रोकने में प्रशासन की मदद करें। उन्होंने सिकमीनामा पर खेती करने वाले किसानों को विधिवत प्रक्रिया अपना कर सिकमीनामा का अनुबंध करने और उस आधार पर उपार्जन के लिए पंजीयन कराने का अनुरोध किया।