रिश्वत मामला: अधिकारियों की चल-अचल सम्पत्तियों का ब्यौरा जुटा रही सीबीआई
रिमांड पर लिए गए आरोपियों से बैंक व लॉकर्स के संबंध में चल रही पूछताछ
डिजिटल डेस्क जबलपुर। केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर विभाग सेंट्रल जीएसटी के दो अधीक्षक सहित 5 अधिकारियों को मंगलवार को सीबीआई ने 7 लाख की घूस लेते हुए पकड़ा था। इन सभी अधिकारियों को 20 जून तक की रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। जाँच टीम द्वारा घूसखोर आरोपियों की चल-अचल सम्पत्तियों का ब्यौरा जुटाया जा रहा है।
जानकारों के अनुसार जाँच टीम द्वारा सभी आरोपियों से बैंक खातों व लॉकर्स के संबंध में पूछताछ की गई है। ज्ञात हो कि दमोह नोहटा के तम्बाकू कारोबारी की फैक्ट्री को रिलीज करने की एवज में सीजीएसटी अधिकारियों द्वारा रिश्वत की माँग गई थी। रिश्वत की पहली किश्त 25 लाख देने के बाद इसकी शिकायत सीबीआई से की गई थी। जिसके बाद सीबीआई ने मंगलवार को 7 लाख की रिश्वत लेते हुए सीजीएसटी अधीक्षक कपिल कांबले, इंस्पेक्टर प्रदीप हजारी, विकास गुप्ता व वीरेंद्र जैन को पकड़ा था। जाँच के बाद सीबीआई ने अधीक्षक सौमेन गोस्वामी को भी आरोपी बनाया था। सीबीआई द्वारा घूसखोर अधिकारियों के दफ्तर व घरों की जाँच करते हुए 83.26 लाख रुपए बरामद किए गए थे। सीबीआई द्वारा बुधवार को सभी आरोपियों को 20 जून तक की रिमांड पर लिया गया था।
घूँस की रकम में कौन-कौन हिस्सेदार
जानकारी के अनुसार सीबीआई की पूछताछ में यह बात सामने आई है कि रिश्वत की रकम का बँटवारा ऊपर से लेकर नीचे तक होता था। इसमें कई अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं। इस जानकारी के आधार पर सीबीआई अब यह पता लगाने में जुटी है कि कौन-कौन रिश्वत की रकम में हिस्सेदार थे। जाँच में साक्ष्य मिलने पर उन्हें भी आरोपी बनाया जा सकता है।
माँगी बैंक खातों की जानकारी
सूत्रों के अनुसार सीबीआई टीम द्वारा आरोपियों की बैंक खातों की जानकारी विभाग से माँगी गई है। उनके किन बैंकों में कितने खाते हैं और किन बैंकों में लॉकर्स हैं। बैंक खातों व लॉकर्स के अलावा किसके नाम पर कितनी चल व अचल सम्पत्तियाँ हैं। इसका पता लगाया जा रहा है।