बुक स्टोर संचालक तय करते थे किताबों का कमीशन
पुलिस जाँच में खुलासा, फरार आरोपियों की तलाश
डिजिटल डेस्क जबलपुर। निजी स्कूलों में मनमानी फीस वृद्धि और किताबों में कमीशनबाजी मामले की जाँच में इस बात का खुलासा हुआ है कि किताब दुकान संचालक सिंडीकेट बनाकर किताबों का कमीशन तय करते थे। उसके बाद उनकी मर्जी से स्कूलों के पाठ्यक्रम में पुस्तकें शामिल की जाती थीं। उधर शहर के विभिन्न थानों में दर्ज किए गये मामलों में जो आरोपी फरार हैं उनकी गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए गये हैं। जानकारी के अनुसार बेलबाग पुलिस द्वारा इस मामले में पुस्तक विक्रेता श्रीराम इंदुरख्या और आलोक इंदुरख्या को रिमांड पर लिया गया था। उनसे की गयी पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है। जाँच में पता चला है कि स्थानीय पुस्तक विक्रेता मिलकर तय करते थे कि किस पब्लिशर्स की कौन सी किताब पाठ्यक्रम में शामिल करना है, कौन सी नहीं, इसके बाद कमीशन तय होता था। पुलिस कमीशनबाजी के खेल में कौन-कौन शामिल रहता था इसका पता लगाने में जुटी है।