जबलपुर: अवैध खनन की शिकायत के बाद बरेला टीआई को हटाया

  • खनिज अधिकारी को भेजे पत्र में लिखा- माँ नर्मदा को छलनी कर रहीं मशीनें
  • इधर,अवैध रेत खनन को लेकर अब सिलुआ ग्राम पंचायत ने उठाई आवाज
  • अवैध उत्खनन पर रोक लगाई जाए और सरकारी सम्पत्ति को हुए नुकसान की भरपाई भी कराई जाए।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-03-15 12:27 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। रेत के अवैध खनन पर बरेला से लेकर बरगी तक भूचाल मचा है। नेताओं और पुलिस अधिकारियों से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों में भी वाद-विवाद मचा हुआ है। बरेला के भाजपा नेता और बरेला थाना प्रभारी का विवाद जग जाहिर है।

अब इस मामले में सिलुआ ग्राम पंचायत भी कूद पड़ी है। पंचायत की ओर से सरपंच और अन्य पदाधिकारियों ने सीधे खनिज अधिकारी को पत्र लिखकर जानकारी दी है कि सिलुआ में दिन-रात माँ नर्मदा से रेत का अवैध खनन मशीनों के जरिए हो रहा है।

रेत के परिवहन के चलते पूरे गाँव की सड़क जर्जर हो गई है और लोगों को आवाजाही में भारी परेशानी हो रही है। कुछ दिनाें से सिलुआ, छत्तरपुर, चारघाट, नांदिया और बसा में चल रहा रेत का अवैध उत्खनन चर्चा में था।

ग्राम पंचायत सिलुआ पड़रिया की सरपंच श्रीमती सुहद्रा बाई, सचिव रूपराम सेन आदि ने खनिज अधिकारी को भेजे पत्र में कहा कि रेत के अवैध उत्खनन से सीसी रोड, पुलिया, रपटा और नर्मदा रोड बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। सिलुआ में चल रहे इस अवैध उत्खनन पर रोक लगाई जाए और सरकारी सम्पत्ति को हुए नुकसान की भरपाई भी कराई जाए।

इस प्रकार की शिकायत आई है, जिसकी जाँच कराई जाएगी और रही बात अवैध उत्खनन की तो उस पर रोक लगाने लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। खनिज विभाग की टीम लगातार बरगी और बरेला के क्षेत्रों में गश्त कर रही है। पिछले दिनों अवैध परिवहन करते कुछ वाहनों को पकड़ा भी गया था।

- आर के दीक्षित, खनिज अधिकारी

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