जबलपुर: सामाजिक प्रगति व समानता के लक्ष्यों को भी दें आकार

  • डीएनएलयू में दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन
  • सम्मेलन में देश भर से 250 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
  • "व्यापार के लैंगिक आयाम' विषय पर सम्मेलन आईआईआईटीडीएम में आयोजित हुआ।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-26 13:53 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। धर्मशास्त्र राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (डीएनएलयू) के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और अंतर्राष्ट्रीय निवेश विधि अध्ययन केंद्र के पहले अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन रविवार को हुआ। "व्यापार के लैंगिक आयाम' विषय पर सम्मेलन आईआईआईटीडीएम में आयोजित हुआ।

यहाँ प्रथम दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ हाईकोर्ट के जस्टिस जीएस अहलूवालिया द्वारा किया गया। समापन समारोह में मुख्य अतिथि जस्टिस विवेक अग्रवाल रहे। उन्होंने राष्ट्रीय विधि प्रणालियों और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार विनियमों के बीच जटिल संबंधों की अपनी समझ को आगे बढ़ाने में प्रतिभागियों के उत्साह व समर्पण की सराहना की।

जस्टिस अग्रवाल ने सामाजिक प्रगति और समानता के व्यापक लक्ष्यों को भी आकार देने में इन विधियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया, खासकर सतत विकास के संदर्भ में। कार्यक्रम डब्ल्यूटीओ चेयर्स प्रोग्राम के तत्वावधान में विश्व व्यापार संगठन के लैंगिक और व्यापार कार्यालयों, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के तहत व्यापार और निवेश कानून केंद्र और राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, ओडिशा के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार विधि केंद्र के सहयोग से आयोजित किया गया।

सैकड़ों प्रतिभागी हुए शामिल

सम्मेलन में देश भर से 250 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। विधि के सहायक प्रोफेसर और सीआईटीआईएल के निदेशक उत्कर्ष कुमार मिश्रा ने कार्यक्रम की रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसके बाद डीएनएलयू के कुलपति प्रो. डॉ. मनोज कुमार सिन्हा ने संक्षिप्त संबोधन दिया।

समारोह में एनएलआईयू भोपाल के कुलपति प्रो. डॉ. एस. सूर्यप्रकाश, जेएनयू के सेंटर फॉर इंटरनेशनल लीगल स्टडीज के प्रो. वी. जी. हेगड़े और प्रो. डॉ. शैलेष एन. हदली शामिल थे। इस अवसर पर अनुश डेर बोघोसियन, डॉ. शीला भिडे, जेम्स जे नेदुम्परा, प्रो. शीला राय, संगीता गोडबोले, डॉ. नेहा पाठक, डॉ. सोफी, शाइनी प्रदीप आदि की उपस्थिति रही।

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