जबलपुर: साल में 2 बार होंगे दाखिले, रादुविवि में भी तैयारी
- डिजिलॉकर में स्टूडेंट्स को मिलेंगे डिग्री और मार्कशीट
- हालांकि साल में दो बार एडमिशन की प्रक्रिया को अपनाना अनिवार्य नहीं है।
- उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जैसे ही आदेश मिलेगा इसके बाद रादुविवि में भी इसे लागू कर दिया जाएगा।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। एक साल में दो-दो बार एडमिशन, जुलाई के अलावा अब जनवरी में भी दाखिला..! चौंक गए न आप भी। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के साथ-साथ अन्य विश्वविद्यालयों में भी एडमिशन का यही सेटअप नजर आने वाला है।
दरअसल, यूजीसी ने इस तरह की नई व्यवस्था को मंजूरी दे दी है। उम्मीद की जा रही है कि इसी शैक्षणिक सत्र से रादुविवि में इस तरह साल में दो बार एडमिशन होते हुए नजर आएँगे।
जानकारों का कहना है कि इस व्यवस्था के लागू होने के बाद से कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव भी साल में दो बार आयोजित किए जा सकेंगे और इस तरह से छात्र के पास रोजगार के दो-दो अवसर हासिल होंगे। हालांकि साल में दो बार एडमिशन की प्रक्रिया को अपनाना अनिवार्य नहीं है।
अब साल बर्बाद होने का डर नहीं
दो बार एडमिशन की व्यवस्था होने से बोर्ड रिजल्ट में देरी, हेल्थ इश्यूज या निजी कारणों के चलते शुरुआती एडमिशन साइकल से चूक गए स्टूडेंट्स को दोबारा एडमिशन लेने का मौका मिलेगा। इस व्यवस्था के चलते स्टूडेंट्स मोटिवेट होंगे और उनमें साल बर्बाद होने का भय भी खत्म हो जाएगा। ऐसे में उन्हें एक साल का इंतजार नहीं करना होगा।
यूजीसी द्वारा अच्छा निर्णय लिया गया है, इससे छात्रों को लाभ होगा, उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जैसे ही आदेश मिलेगा इसके बाद रादुविवि में भी इसे लागू कर दिया जाएगा।
-प्रो. राजेश कुमार वर्मा, कुलगुरु रादुविवि
डिजिलॉकर में स्टूडेंट्स को मिलेंगे डिग्री और मार्कशीट
मप्र मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी से जुड़े सभी कॉलेजों में अध्ययन कर रहे स्टूडेंट्स को अब उनकी मार्कशीट और डिग्री सीधे डिजिलॉकर में मिलेंगे।
विश्वविद्यालय की इस पहल की सराहना इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने भी की है। मंत्रालय द्वारा इस संबंध में एक्स (ट्विटर) पर ट्वीट किया गया है। ट्वीट में छात्र-छात्राओं को वर्ष 2021 से 2023 तक की अंकसूची डिजिलाॅकर में उपलब्ध कराए जाने का उल्लेख है।
डिजिटल रिकाॅर्ड से अब छात्र-छात्राओं की अंकसूची सुरक्षित रहेगी। वह आसानी से किसी भी समय अपनी अंकसूची प्राप्त कर सकेंगे। कुलसचिव डॉ. पुष्पराज बघेल ने बताया कि विश्वविद्यालय की ओर से छात्र-छात्राओं को डिजिलाॅकर में अंकसूची एवं अन्य प्रमाण-पत्र भेजना प्रारंभ किया है।
इस कदम को केंद्रीय डिजिटल इंडिया काॅर्पोरेशन ने ट्वीट कर सराहा है। यह संस्था के लिए उल्लेखनीय और गौरवान्वित करने वाली बात है।