जबलपुर: दो सुरक्षा संस्थानों के झगड़े में फँसी है एक मुख्य सड़क

  • शोभापुर व्हीकल मोड़ से लेकर ओवर ब्रिज तक रोड खस्ताहाल
  • एक-दूसरे पर जिम्मेदारी थोपकर पल्ला झाड़ रहे जिम्मेदार
  • आम लोगों को हो रहीं परेशानियाँ

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-17 10:07 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शहर की एक सड़क ऐसी भी है जो कि इन दिनों दो सुरक्षा संस्थानों के झगड़े में फँसकर खस्ताहाल बनी हुई है।

हम बात कर रहे हैं शोभापुर व्हीकल मोड़ से लेकर ओवर ब्रिज तक की उस रोड की जिसका जीर्णोद्धार न करवाकर जीसीएफ एवं व्हीकल फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा एक-दूसरे की जिम्मेदारी बताते हुए इसे भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है। इसी के चलते बीते कई महीनों से यह मार्ग बेहद जर्जर और गड्ढों से युक्त हो गया है।

इस दौरान रोजाना आवागमन करने वाले लोगों को कई तरह की परेशानियाँ झेलनी पड़ रही हैं।

जीसीएफ ने व्हीएफजे प्रबंधन को दी थी जगह

जानकारों की मानें तो वर्ष 1974-75 में गन कैरिज फैक्ट्री, जीसीएफ की स्थापना शहर में हुई थी। इसके कुछ समय बाद व्हीकल फैक्ट्री भी स्थापित हो गई और उसी वक्त जीसीएफ प्रबंधन द्वारा व्हीएफजे को शोभापुर व्हीकल मोड़ से लेकर मुक्तिधाम के सामने तक की भूमि प्रदान की गई थी।

इसके बाद करीब 25 फीट की सड़क का निर्माण कर दोनों ओर फुटपाथ बनाने का निर्णय भी लिया गया था लेकिन शुरुआती कुछ दिनों तक ही सड़क का रखरखाव किया गया और बाद में इसे उपेक्षित सा छोड़ दिया गया।

व्हीकल फैक्ट्री के हिस्से की भी है जगह

गेट नंबर-6 से लेकर मुक्तिधाम के पहले तक व्हीकल फैक्ट्री प्रबंधन की भी यहाँ जमीन है। इस तरह नियमानुसार इस सड़क को बनवाने और उसकी नियमित देखभाल की जिम्मेदारी भी व्हीएफजे प्रबंधन की ही है लेकिन ऐसा न करते हुए व्हीकल फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा अपने हाथ पीछे खींचकर सड़क को बनवाने की जिम्मेदारी जीसीएफ की ही बताते हुए चुप्पी साध ली जाती है। इसी कारण इस मार्ग पर जगह-जगह गड्ढे हो चुके हैं।

दोनों प्रबंधन ही नहीं बनवा रहे

जानकारों की मानें तो दोनों ही फैक्ट्री प्रबंधनों द्वारा उक्त सड़क को बनवाने में कोई रुचि नहीं ली जा रही है। यही वजह है कि जब-तब सड़क हादसे होने से लेकर वाहनों में खराबियाँ आने तक के हालात बनते नजर आ रहे हैं।

इसके अलावा नगर निगम तक शिकायतें पहुँचाने के बावजूद सड़क का जीर्णोद्धार कराने किसी ने भी रुचि नहीं ली और यह सड़क लगातार समस्याओं की जनक बनी हुई है।

इस संबंध में क्षेत्रीय नागरिकों मो. इस्माईल, सुरेश तिवारी, अजीत शंकर पटेल, सुधाकर सिंह एवं राजेन्द्र कौरव आदि का कहना है कि उक्त सड़क के कारण रोजाना करीब एक दर्जन कॉलोनी एवं मोहल्लों के लोगों को समस्याएँ झेलनी पड़ रही हैं।

इस संबंध में जब दोनों सुरक्षा संस्थानों के जिम्मेदारों से बात करने का प्रयास किया गया तो वे कुछ भी कहने से पीछे हट गए।

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