जंग की हुंकार: तीन सैनिकों की मौत का बदला लेगा अमेरिका, ईरान में आतंकी ठिकानों को 'सैन्य ऑपरेशन' से करेगा तबाह
- जार्डन हमले में तीन सैनिकों की मौत का बदला लेगा अमेरिका
- ईरानी ठिकानों को तबाह करने के लिए तैयार किया प्लान
- अमेरिका जल्द देगा अपने हमलों को अंजाम
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध का असर पश्चिम एशिया पर दिखना शुरू हो गया है। दरअसल, कुछ दिनों पहले जार्डन में हुए आतंकी हमले में वहां तैनात अमेरिका के तीन सैनिक की मौत हो गई थी। सूत्रों की मानें तो इस अटैक को ईरान ने अंजाम दिया था। ऐसे में अब अमेरिका ने सीरिया और इराक में स्थित ईरानी ठिकानों को जड़ से खत्म करने के लिए एक प्लान तैयार किया है। जिसकी अनुमति अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दी है। इस बात की पुष्टि अमेरिकी न्यूज चैनल सीबीएस ने अपनी एक रिपोर्ट में की है। जिसमें बताया गया है कि अगले कुछ दिनों के अंदर अमेरिका इस सैन्य ऑपरेशन को शुरू करने जा रहा है, जो अगले कुछ दिनों तक चलेगा। अन्य मीडिया रिपोर्ट्स में भी सीरिया बॉर्डर पर जॉर्डन में हुए ड्रोन हमले में तीन अमेरिकी सैनिकों के मरने की जानकारी दी गई है।
अमेरिका ने ईरान पर लगाए आरोप
इस हमले के बाद से ही बाइडेन सरकार पर एक्शन लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। अमेरिका ने आरोप लगाते हुए कहा कि ड्रोन अटैक में उसके तीन सैनिकों की मौत के पीछे ईरानी समर्थित उग्रवादी संगठन की साजिश है। इसके अलावा अमेरिका ने यह भी कहा कि ईराक में 'इस्लामिक रेस्सिटेंस' नाम का एक आतंकी समूह काफी एक्टिव रहता है, जिससे कई अन्य उग्रवादी समूह को अपने साथ जुड़ा हुआ है। ईरान अपनी तरफ से इन सभी संगठनों को सक्रिय रहने के लिए ट्रेनिंग और फंडिंग देता है। वहीं, ईरान ने अमेरिका की ओर से लगाए गए इन सभी आरोपों का खंडन किया है। हमले के दौरान अमेरिका के 41 सैनिक गंभीर रूप से घायल भी हए थे। साथ ही, अमेरिका की कई खुफिया एजेंसियों ने दावा भी किया है कि हमले को अंजाम देने के लिए जिन ड्रोन्स का प्रयोग किया गया था। उन सभी का निर्माण ईरान में ही हुआ था।
अमेरीका के रक्षा मंत्री ने दिया बयान
ड्रौन्स को लेकर अमेरिका ने एक चौंकाने वाला खुलासा भी किया है। जिसमें उसने बताया है कि ये ड्रोन्स ठीक वैसे ही जैसे ईरान ने रूस को भेजे थे। यूक्रेन से जंग में रूस इन ड्रोन्स का प्रयोग कर रहा है। ईरान पर होने वाले हमले को लेकर अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने बयान दिया है। जिसमें उन्होंने कहा कि ईरान में आंतकी ठिकनों को ध्वस्त करने के लिए हम कब, कहां और किस ठिकाने पर हमला करेंगे। यह तय करना अभी बाकी है। अमेरिकी रक्षा मंत्री ने कहा कि दुनिया को यह अच्छी तरह से जानती है कि हमलों का जवाब देने में अमेरिका कितना सक्षम है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि हमले का बदला कैसे लेंगे कोई सेट फॉर्मूला नहीं होता है।
खराब मौसम में हमलों को देगा अंजाम
अमेरिका की खूफिया एजेंसी का कहना है कि वह अपने हमलों को खराब मौसम के दौरान अंजाम देगा। ताकि दुश्मन जवाबी हमला करने में नाकामयााब हो जाए। लेकिन, इस बात का भी ख्याल जरूर रखना होगी कि ज्यादा खराब मौसम के समय अमेरिका पर इसका उल्टा असर न पड़ जाए। बता दें, पिछले कई दिनों से जो बाइडेन पर ईरानी हमलें को लेकर दबाव बनाया जा रहा है। जिस पर उनसे एक्शन लेने की मांग भी की गई थी।
Created On :   2 Feb 2024 3:08 PM IST