Satna News: उपार्जन बंद होने के 2 माह बाद भी फंसे हैं 400 किसानों के 4.30 करोड़ के भुगतान

- 4 सौ से ज्यादा किसानों को उपार्जन बंद होने के डेढ़ माह बाद भी नहीं हुआ भुगतान
- सबसे ज्यादा मनकीसर एवं एक अन्य उपार्जन केन्द्र में धान बेचने वाले किसान
- डिफाल्टर हो जाएंगे बकाएदारों के केसीसी
Satna News। जिले के 4 सौ से ज्यादा किसानों को उपार्जन कार्य बंद होने के डेढ़ माह बाद भी करीब 4.30 करोड़ रुपए के भुगतान अब तक नहीं हुए हैं। इनमें सबसे ज्यादा मनकीसर, दलदल एवं एक अन्य उपार्जन केन्द्र में धान बेचने वाले किसान शामिल हैं, जिनके द्वारा एमएसपी पर बेची गई धान के भुगतान बकाया हैं।
बताते चलें कि सेवा सहकारी समिति मनकीसर में करीब 4 हजार 203 क्विंटल धान के शार्टेज से शासन को हुए 96.68 लाख रुपए की आर्थिक क्षति के चलते नान के जिला प्रबंधक द्वारा गत आठ मार्च को सेवा सहकारी संबंधित समिति प्रबंधक, उपार्जन केन्द्र प्रभारी एवं ऑपरेटर के खिलाफ रामनगर थाने में एफआईआर करवाई गई थी। धान शार्टेज के मामलों के कारण ही उक्त किसानों के भुगतान भी उपार्जन कार्य बंद होने से अधर में है। मनकीसर सहित चार केंद्रों में लगभग 9 हजार 5 सौ क्विंटल धान का शार्टेज होने के बावजूद तीन अन्य उपार्जन केन्द्रों के जिम्मेदारों के खिलाफ नान द्वारा अब तक एफआईआर भी नहीं करवाई गई है।
तो डिफाल्टर हो जाएंगे बकाएदारों के केसीसी
गत खरीफ सीजन में केसीसी पर वितरित फसल ऋण का भुगतान किसानों को इसी 28 मार्च तक किए जाने का अल्टीमेटम डीसीसीबी द्वारा दिया गया है। साथ ही चेतावनी दी गई है कि जो किसान खरीफ के फसल ऋण का भुगतान 28 मार्च तक नहीं करेंगे, उनके केसीसी अकाउंट डिफाल्टर हो जाएंगे। साथ ही डिफाल्टर होने वाले किसानों को आगामी खरीफ सीजन से केसीसी पर ब्याज रहित फसल ऋण सहित अन्य रियायतें भी बंद हो जाएंगी। उल्लेखनीय है कि सतना जिले में 59 हजार 881 किसान पंजीकृत थे, जिनमें से 52 हजार 474 किसानों द्वारा करीब 894 करोड़ की 4 लाख 482 मीट्रिक टन धान का विक्रय एमएसपी पर किया गया था। वहीं मैहर जिले में 27 हजार 10 पंजीकृत किसानों में 23 हजार 672 किसानों द्वारा एमएसपी पर 245.48 करोड़ की 1.69 लाख एमटी से ज्यादा धान का विक्रय किया गया था। किसानों की भुगतान समस्या पर डीएम नान से बात करने की कोशिश की, मगर उन्होंने व्यस्तता का हवाला देकर बात टाल दी। इधर डीसीसीबी के सीईओ केसी शर्मा ने तो बात ही नहीं की।
Created On :   20 March 2025 1:52 AM IST