धारुर तहसील में दो लोगों ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
डिजिटल डेस्क, बीड। जिले के धारूर तहसील के रेपेवाड़ी के एक किसान ने सुबह खेत में नींबू के पेड़ से फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। जबकि अंबेवडगांव में एक युवक ने पोल्ट्री शेड में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह दोनो घटनाएं धारूर तहसील की है । दोनों घटनाएं 20 अप्रैल को सुबह प्रकाश में आने से हड़कंप मच गया है। जानकारी के अनुसार शंकर प्रभाकर शेंडगे (52 )( निवासी रेपेवाडी तहसील धारूर जिला बीड) के पास पांच एकड़ खेती है। बताया जाता है किसान शंकर ने बैंक का कर्ज लेकर खेत में बुआई की किंतु बेमौसमी बारिश के चलते फसल बर्बाद हो गई अब बैक कर्ज का भुगतान करने व परिवार के पालनपोषण की चिंता से पिछले कुछ दिनों से काफी परेशान था। इसी परेशानी के चलते किसान शंकर ने खेत के एक पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बुधवार को सुबह कुछ लोगों को किसान शंकर का शव पेड़ पर फांसी के फंदे पर लटका हुआ दिखाई देने पर तुरंत पुलिस को जानकारी दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम कर शव को परिजनों के हवाले किया।
दूसरी घटना -किसान सुखदेव नायकवाडे (25 ) (निवासी अंबेवडगांव तहसील धारूर जिला बीड)खेत में काम करते हुए वे लंबे समय से पोल्ट्री व्यवसाय शुरू करने की सोच रहे थे। उन्होंने पोल्ट्री के लिए एक शेड बनाया, मुर्गियों का ऑर्डर दिया। लेकिन सुखदेव ने पोल्ट्री शेड में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।कुछ लोगो को गुरुवार को सुबह सुखदेव का फांसी के फंदे पर लटका हुआ शव दिखाई देने पर तुरंत पुलिस को जानकारी दी । पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा किया व शव का सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम कर शव को परिजनों के हवाले किया। सुखदेव द्वारा आत्महत्या का कारण ज्खुञात नहीं हुआ है। आगे की जांच धारूर पुलिस कर रही है।
Created On :   20 April 2023 9:50 AM GMT