महाराष्ट्र में रेड अलर्ट :136से ज्यादा मौत, मुंबई में इमारत गिरी, मृतकों के परिवारों को मुआवजे की घोषणा

Rain kills 60 in maharashtra so far, disaster everywhere
महाराष्ट्र में रेड अलर्ट :136से ज्यादा मौत, मुंबई में इमारत गिरी, मृतकों के परिवारों को मुआवजे की घोषणा
महाराष्ट्र में रेड अलर्ट :136से ज्यादा मौत, मुंबई में इमारत गिरी, मृतकों के परिवारों को मुआवजे की घोषणा

डिजिटल डेस्क मुंबई। महाराष्ट्र में बारिश ने तबाही मचा रखी है, आम जनजीवन संकट में है। भारी बारिश की वजह से महाराष्ट्र में शुक्रवार शाम तक 136 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य के रत्नागिरी, रायगढ, ठाणे जिलों से साथ कोल्हापुर, सातारा और सांगली ने भी बरसात और बाढ़ ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। सबसे बड़ी दुर्घटना रायगढ़ जिले के महाड स्थित तलीये मधलीवाडी में हुई, जहां चट्टान गिरने से 32 घर चपेट में आ गए। अब तक मलबे से 36 शव बरामद किए जा चुके थे, जबकि 44 और लोगों की तलाश जारी है। गोवेले साखर सुतार वाड़ी में भी इसी तरह के हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई। महाड में बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए हेलिकॉप्टर की मदद ली जा रही है। पहाड़ी इलाकों में कई जगहों पर बाढ़ के चलते सड़कें और पुल बह गए हैं। इसके चलते लोगों तक राहत पहुंचाने में प्रशासन को परेशानी हो रही है। इसके अलावा रत्नागिरी के खेड, सातारा के मिरगांव, आंबेघर, हुंबराली, ढोकवले, कोंडवली, मोजेझोर जैसे दस जगहों पर चट्टान खिसकने से लोगों की मौत की सूचना आई है।

पांच-पांच लाख की आर्थिक मदद

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जाहिर करते हुए पांच लाख रुपए की आर्थिक मदद और घायलों के मुफ्त इलाज का ऐलान किया है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को राज्य के छह जिलों रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, पुणे, सातारा, कोल्हापुर के लिए रेड अलर्ट घोषित किया है। यहां 24 घंटे तक भारी बारिश का अनुमान है। 

इन 6 जिलों के लिए रेड अलर्ट, भारी बारिश की भविष्यवाणी 

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के अतिवृष्टि प्रभावित छह जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी करते हुए अत्यधिक बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। अगले 24 घंटों के लिये तटीय कोंकण इलाके में रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों के साथ ही पश्चिमी महाराष्ट्र के पुणे, सतारा और कोल्हापुर जिलों में रेडअलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि घाट इलाकों में कुछ जगहों पर बेहद भारी बारिश होने की काफी संभावना है। उन्होंने बताया कि 51 से 75 फीसद संभावना है। सतारा के लिये पूर्वानुमान सर्वाधिक संभावना के दायरे में है, जिसका आशय है कि बारिश होने की उम्मीद 75 प्रतिशत से ज्यादा है। विभाग के मुताबिक, 24 घंटे के अंदर 204.4 मिलीमीटर बारिश को बेहद भारी बारिश माना जाता है। पूर्वानुमान में रत्नागिरी और सतारा के लिए शनिवार को भी रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने कहा कि रविवार के बाद से बारिश की तीव्रता में काफी कमी आएगी।  

मुंबई में इमारत गिरी 4 की मौत 11 जख्मी

लगातार हो रही बरसात के बीच मुंबई के गोवंडी स्थित शिवाजीनगर इलाके में एक मंजिला इमारत गिरने से एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई। हादसे में 11 लोग जख्मी भी हुए हैं। हादसा शुक्रवार सुबह पांच बजे के करीब हुआ। घायलों को इलाज के लिए राजवाडी और सायन अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

मुख्यमंत्री ने लिया हालात का जायजा

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कोकण और पश्चिम महाराष्ट्र में अतिवृष्टि के चलते उपजे हालात का मंत्रालय स्थित नियंत्रण कक्ष से जायजा लिया। उन्होंने प्रशासन को राहत और बचाव कार्य को लेकर जरूरी दिशा निर्देश दिए और कहा कि बाढ़ में फंसे लोगों को अनाज, कपड़े और दवाएं पहुंचाने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने लोगों से अपील की कि मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर अगले दो-तीन दिन लोग अतिरिक्त सावधानी बरतें। 

राज्य सरकार के मुताबिक चिपलून में 500 बाढ़ पीड़ितों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। राहत के लिए चार केंद्र बनाए गए हैं। कोल्हापुर में बस में फंसे 22 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। महाड में फिलहाल जलस्तर कम होता नजर आ रहा है। रत्नागिरी के खेड में 7-8 परिवार भूस्खलन की चपेट में आए हैं। हादसे में 10 लोग जख्मी हुए हैं, जब्कि करीब 15 लोग लापता हैं। महाड के माणगांव में 2000 लोगों के लिए रहने खाने की व्यवस्था की गई है।

बाढ़ग्रस्त इलाकों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए भारतीय वायुसेना मिग-17 हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल कर रही है। रत्नागिरी के खेड और चिपलून तहसीलों में कई लोगों को हेलीकॉप्टर की मदद से सुरक्षित बचाया गया है। हालांकि खराब मौसम के चलते बचाव कार्य में कुछ मुश्किलें आ रहीं हैं। फिलहाल चार हेलीकॉप्टरों की इस्तेमाल कर लोगों की मदद की जा रही है और जरूरत पड़ने पर एक हेलीकॉप्टर पुणे में तैयार रखा गया है। 

भारी बारिश की वजह से बरसाती नदियां अपने उफान पर हैं। और उनका पानी शहरों, कस्बों, गांव में घुस रहा है। मौसम विभाग ने कहा है कि कोंकण, मुंबई और इसके आस पास के इलाकों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। ठाणे और पालघर में पानी घुस चुका है और 24 घंटे से पानी में डूबे हुए हैं। 

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अजित पवार ने राजनाथ सिंह से की चर्चा

इस बीच राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने राज्य में बाढ़ से बिगड़ते हालात पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ शुक्रवार को चर्चा की। उप मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार रक्षा मंत्री ने राहत एवं बचाव अभियानों में रक्षा बलों की मदद का आश्वासन दिया है। सेना और नौसेना की टीमें राज्य में पहले ही तैनात कर दी गई हैं। बयान में कहा गया कि महाराष्ट्र के राहत एवं पुनर्वास सचिव असीम गुप्ता को रक्षा मंत्रालय के साथ समन्वय के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। पालक मंत्रियों तथा निर्वाचित स्थानीय प्रतिनिधियों से बाढ़ प्रभावित जिलों में जाने को कहा गया है। रायगढ़ की पालक मंत्री अदिति तटकरे, रत्नागिरी के पालंक मंत्री अनिल परब आदि से अपने क्षेत्रों में मौजूद रहने और राहत तथा बचाव अभियानों की निगरानी करने को कहा गया है।
 

कोल्हापुर:चिखली गांव में बारिश से जलजमाव, स्‍थानीय लोगों को सुरक्षित स्‍थानों पर पहुंचाया गया

राज्य के बाढ़ प्रभावित जिले में एनडीआरएफ की 14 टीमें राहत और बचाव के काम में जुटी हुईं हैं। फिलहाल पालघर जिले में 1, ठाणे में 2, रत्नागिरी में 4, सिंधुदुर्ग में 1, सांगली में 1, सातारा में 1, कोल्हापुर में 2, नागपुर में 2, रायगढ में 2 एनडीआरएफ की टीमें लोगों के बचाव के काम में जुटी हुईं हैं। इसके अलावा पोलादपुर में लोगों की मदद के लिए मुंबई से हवाई रास्ते से एनडीआरएफ की टीम भेजी गई है। मुंबई में 2, नागपुर, पुणे, धुले में एनडीआरएफ की एक-एक अतिरिक्त टीम मौजूद हैं जिनका जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल किया जा रहा है। साथ ही एनडीआरएफ की आठ टुकड़ियां भुवनेश्वर से राज्य में पहुंच रहीं हैं। 
 

भारी बारिश की वजह से कई नदियां उफान पर

रत्नागिरी की जगबुडी नदी खतरे के निशान से 2 मीटर ऊपर बह रही है। कजली, कोडावली, शास्त्री और बावंडी नदियां भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। कुंडलिका, अंबा, सावित्री, पातालगंगा, गढ़ी और उल्हास नदियां भी खतरे के स्तर पर बह रही हैं। सिर्फ यही नहीं और भी नदियों का बहाव डराने वाला है।

 

 

Created On :   23 July 2021 5:15 PM IST

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