Chhindwara News: माइक्रो इरीगेशन से छेड़छाड़... एयर वाल्व में पाइप फंसाकर चुरा रहे पानी, दो के खिलाफ प्रकरण दर्ज

माइक्रो इरीगेशन से छेड़छाड़... एयर वाल्व में पाइप फंसाकर चुरा रहे पानी, दो के खिलाफ प्रकरण दर्ज
  • माइक्रो इरीगेशन में हुई छेड़छाड़
  • एयर वाल्व निकालकर फंसा रहे अपने पाइप
  • माइक्रो सिस्टम से 1०3०० हेक्टेयर में होनी है सिंचाई

Chhindwara News: नहरों में बड़ी-बड़ी मोटरें डालकर पानी की चोरी तो सामान्य बात है। अब पानी के लिए किसान कंप्यूटराइज माइक्रो इरीगेशन सिस्टम में छेड़छाड़ से भी नहीं हिचक रहे हैं। जमुनिया माइक्रो इरीगेशन में लगे रोटेशन मैनेजमेंट सिस्टम, आउटलेट मैनेजमेंट सिस्टम के साथ ही एयर वाल्व से छेडख़ानी कर अपने पाइप जोडक़र पानी चुरा रहे हैं। जिससे माइक्रो सिस्टम की पाइप लाइन का पानी अंतिम छोर तक पहुंचना कठिन हो रहा है। बार-बार समझाइश के बाद भी नहीं मानने पर आखिरकार पेंच परियोजना के अधिकारियों ने बुधवार को चौरई थाने में दो लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। चौरई टीआई जीएस उइके के मुताबिक शिकायत पर मेहगोरा निवासी कृषक अन्ना हजारे और पिपरिया निवासी सुभाष शर्मा के विरूद्ध पानी की चोरी और सरकारी उपकरण को क्षतिग्रस्त करने की धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है।

एयर वाल्व निकालकर फंसा रहे अपने पाइप

जमुनिया माइक्रो इरीगेशन प्रोजेक्ट से 32 गांवों में पानी पहुंचाने के लिए बिछाई गई पाइप लाइन में ३६ आरएमएस (रोटेशन मैनेजमेंट सिस्टम), 33० ओएमएस (आउटलेट मैनेजमेंट सिस्टम) के साथ ही 180 एयर वाल्व लगाए गए हैं। यह सभी सिस्टम पाइप लाइन में पानी का प्रेशर बनाए रखने के लिए लगाए गए हैं। एयर वाल्व पाइप लाइन से एयर बाहर करने लगाए गए हैं। जबकि किसान उक्त वाल्व निकालकर पानी लेने के लिए पाइप फंसा रहे हैं। जिससे पाइप लाइन में पानी का प्रेशर नहीं बन पाता और आखिर तक पानी नहीं पहुंच पाता।

माइक्रो सिस्टम से 1०3०० हेक्टेयर में होनी है सिंचाई

जमुनिया माइक्रो इरीगेशन सिस्टम से ऊंचाई पर बसे ३२ गांवों की कुल १०३०० हेक्टेयर में सिंचाई होनी है। पेंच परियोजना के कार्यपालन यंत्री एसके सिरसाम के मुताबिक पाइप लाइन के जरिए इन सभी गांवोंं में पानी तो पहुंच रहा है लेकिन बीच में किसानों द्वारा ही सिस्टम से छेड़छाड़ करने पर पानी का प्रेशर कम हो जा रहा है, जिससे आखिर तक पानी पहुंचाना कठिन हो रहा है। उन्होंने कहा कि बिना अनुमति पानी लेने की कोशिश कर रहे किसानों को लगातार समझाइश दी जा रही है। बावजूद इसके छेड़छाड़ की जा रही है।

Created On :   12 Dec 2024 11:18 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story