बिहार: विधानपरिषद में सीएम नीतीश कुमार और राबड़ी देवी के बीच नोकझोंक

- आरजेडी के 'तेजस्वी सरकार' वाले बैज पर मचा बवाल
- बेचारी पति के सहारे सत्ता में आई थीं
- नए कानून के जरिए आरक्षण को मिले संवैधानिक सुरक्षा
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में इस साल के अंत में चुनाव होने है। चुनावी साल होने के चलते नेताओं के बीच तीखी नोंकझोंक, बहस और बयानबाजी सड़क से लेकर सदन, सोशल मीडिया से लेकर टीवी स्क्रीन पर आम तौर पर सुनाई दे रही है।
सदन में भी सियासी बहसबाजी भी हो रही है। इसी कड़ी में आज मंगलवार को बिहार विधानपरिषद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विपक्ष की नेता राबड़ी देवी के बीच एक बार फिर तीखी नोकझोंक देखने को मिली। जेडीयू नेता और सीएम नीतीश कुमार ने आरजेडी नेता राबड़ी देवी से कहा कि राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद की पत्नी होने के सिवा उनका कोई महत्व नहीं है।
नीतीश कुमार ने आरजेडी की आलोचना की, तो नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी खड़ी हो गईं और विरोध जताने लगीं। सीएम नीतीश ने पूर्व सीएम राबड़ी देवी को सीधा निशाने पर लेते हुए कहा कि पार्टी तुम्हारी नहीं, तुम्हारे पति की है, तुम चुप रहो!
विधानपरिषद में जनता दल यूनाइटेड के चीफ व सीएम नीतीश कुमार तब नाराज हो गये, जब राजद के सदस्य हरे रंग के बैज लगाकर पहुंचे, जिन पर नारे लिखे थे कि राज्य में वंचित जातियों के लिए ‘तेजस्वी सरकार’ ने आरक्षण बढ़ा दिया था, लेकिन बीजेपी के सत्ता में लौटने के बाद इसे छीन लिया गया। हरा रंग राजद के झंडे का रंग है। यह बात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को रास नहीं आई, क्योंकि जब 2023 में आरक्षण बढ़ाने का फैसला लिया गया था, तब वे खुद सरकार का हिस्सा थे। हालांकि बाद में पटना उच्च न्यायालय ने इसे खारिज कर दिया था। नीतीश कुमार के राबड़ी देवी पर हुए हमले के विरोध में आरजेडी के विधायकों में नाराजगी हुई और उन्होंने सदन के बाहर सीढ़ियों पर भी धरना दिया।
Created On :   25 March 2025 6:56 PM IST