मंच पर पीएम मोदी और वसुंधरा राजे का यूं हुआ सामना, वसुंधरा के फिर सीएम फेस होने की लगने लगीं अटकलें
- बीजेपी की ओर से राजस्थान में सीएम फेस होगी वसुंधरा राजे!
- पीएम मोदी ने फूंका चुनावी बिगुल
- पीएम मोदी ने दिए संकेत
डिजिटल डेस्क, जयपुर। राजस्थान का सियासी पारा हाई हो चुका है क्योंकि इस साल के अंत में प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसको देखते हुए कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टी अपनी कमर कसती हुई दिखाई दे रही हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने 31 मई को अजमेर शहर से चुनावी बिगुल फूंका। इसी के साथ अब सवाल उठने लगे हैं कि इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रदेश की जनता से किसके चेहरे पर वोट मांगने जाएगी। क्या पीएम मोदी ही होंगे राजस्थान में वो चेहरा, जिसे पार्टी आगे रख कर चुनावी समर में वोट मांगती हुई दिखाई देगी।
राजस्थान में करीब 3 दशक से सत्ता का परिवर्तन होता आ रहा है। कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस की सरकार बनती रही है। लेकिन इन सबसे इतर बीजेपी पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं क्योंकि अगर इस बार सत्ता का परिवर्तन हर बार की तरह होता है तो अब बीजेपी की बारी है। अगर बीजेपी चुनाव में बेहतर प्रदर्शन कर मैनडेट हासिल कर लेती है तो पार्टी किसको सीएम बनाएगी? ये अब तक का बड़ा सवाल है। हालांकि, सीएम बनाने से पहले क्या वह पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को सीएम फेस के तौर पर रखते हुए आगे की लड़ाई कांग्रेस के साथ लड़गी या नतीजे आने का वेट करेगी, ये तमाम सवाल हैं जो राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले उठ रहे हैं।
वसुंधरा के लिए चार साल चार वर्ष के बराबर!
आपको बता दें कि, हाल ही में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को अजमेर में आयोजित जनसभा में पीएम मोदी के साथ बैठते हुए देखा गया था। जिसके बाद से ही सियासी गलियारों में सुगबुगाहट तेज हो गई है कि, क्या बीजेपी एक बार फिर वसुंधरा राजे को आगे रखते हुए चुनावी मैदान में उतरेगी। चर्चाएं ये भी है कि कर्नाटक में तमाम उठापटक करने और पीएम मोदी की लोकप्रियता के बावजूद पार्टी 'जीत का ताज' हासिल नहीं कर पाई। अगर राजस्थान का किला फतह करना है तो उसे केंद्रीय नेता नहीं बल्कि स्थानीय नेता की जरूरत होगी। सियासत के जानकार कहते हैं कि, राजस्थान में वसुंधरा राजे का कद अन्य बीजेपी नेताओं से काफी अलग है लेकिन फिर भी वो करीब चार वर्षों से पार्टी के हर कार्यक्रम से नदारद ही रही हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि, स्थिति को साफ तौर से समझा जा सकता है कि उनके सीएम फेस पर साल 2018 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा था। जिसकी वजह से केंद्रीय नेतृत्व में नाराजगी भी देखी गई थी।
केंद्रीय नेृतत्व से नाराजगी इतनी बढ़ी की उन्हें पार्टी के कार्यक्रम से दूर रखा जाने लगा। इसके अलावा प्रदेश के विधानसभा चुनाव में वसुंधरा के नेतृत्व में हार को देखते हुए उनके खिलाफ जाकर हाईकमान ने सतीश पूनिया को प्रदेश की कमान संभालने का मौका दिया, जो उनके ध्रुव विरोधी माने जाते हैं। जिसकी वजह से राजे और प्रदेश बीजेपी में कई बार तकरार की खबरें भी सामने आई। लेकिन चुनाव को देखते हुए बीजेपी हाईकमान ने कुछ महीने पहले ही राजस्थान बीजेपी में बड़ा बदलाव करते हुए सतीश पूनिया को प्रदेशाध्यक्ष के पद से हटा कर चित्तौड़गढ़ से सांसद चंद्र प्रकाश जोशी को कमान संभालने का मौका दिया। जिसके बाद से ही वसुंधरा राजे को प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर से सक्रिय देखा जाने लगा है। अब आलम यह है कि वसुंधरा राजे पार्टी के हर कार्यक्रम और पोस्टर में बढ़ चढ़कर दिखाई दे रही हैं।
कार्यक्रम से मिले संकेत
अजमेर कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ वसुंधरा राजे को साथ में बैठते हुए देखा गया था। जहां दोनों नेताओं के आसान साथ ही में लगाए गए थे। वसुंधरा राजे को इस सभा में काफी खुश देखा गया था। इसके अलावा पीएम मोदी और वसुंधरा राजे को बात करते हुए भी देखा गया था। जनसभा के दौरान पीएम मोदी ने वसुंधरा राजे के कार्यकाल को याद करते हुए कई उपलब्धियां गिनाई थी। सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी ने वसुंधरा राजे से आगामी चुनाव को देखते हुए चर्चा भी की। जानकारी के मुताबिक, वसुंधरा ने पीएम मोदी को आश्वासन भी दिया की इस बार के चुनाव में वो कांग्रेस से भारी मतों व सीट से जीत कर सत्ता की चाबी अपने हाथों में रखने वाली हैं।
बीजेपी घोषित कर सकती है सीएम फेस का उम्मीदवार
पीएम मोदी और वसुंधरा राजे में इस तरह के चर्चा होना इस बात को बल देता है कि वसुंधरा राजे आने वाले दिनों में बीजेपी के लिए एक बार फिर से राजस्थान में सीएम की फेस हो सकती हैं। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, राजे को बीजेपी हाईकमान जल्द ही सीएम पद की उम्मीदवार घोषित कर, चुनावी मैदान में प्रचार-प्रसार करने के लिए उतर सकती है।
हाईकमान का क्यों बदला रूख?
- वसुंधरा राजे जनाधार वाली नेता हैं।
- पार्टी के नेताओं पर अच्छी पकड़
- बीजेपी के लिए राजस्थान में सबसे बड़ा नेता
- पीएम मोदी से बेहतर संबंध
Created On :   2 Jun 2023 10:41 AM GMT