कर्नाटक में 10 मई को दो 'तड़ीपार' मुकाबले का भी होगा फैसला, एक कांग्रेस की नेता तो एक बीजेपी के पूर्व मंत्री है अलग-अलग चुनावी मैदान में

कर्नाटक में 10 मई को दो तड़ीपार मुकाबले का भी होगा फैसला, एक कांग्रेस की नेता तो एक बीजेपी के पूर्व मंत्री है अलग-अलग चुनावी मैदान में
कर्नाटक के दो 'तड़ीपार' मुकाबले

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के प्रचार- प्रसार का शोर आज शाम को थम गया। अब कल यानी मंगलवार को राज्य की जनता आने वाले भविष्य के बारे में विचार कर बुधवार को मतदान करेगी। इस बीच राज्य में दो 'तड़ीपार' मुकाबला भी काफी ज्यादा सुर्खियों में बना हुआ है। इस दो 'तड़ीपार' मुकालबे में उम्मीदवार विनय कुलकर्णी और जी जर्नादन रेड्डी भी 10 मई को अपनी किस्मत आजमाते हुए दिखाई देंगे। कांग्रेस उम्मीदवार विनय कुलकर्णी धारवाड़ सीट से विधानसभा चुनाव लड़ते हुए एक अलग चुनावी तस्वीर पेश कर रहे हैं। दरअसल, उन्हें जिला अदालत ने जिले में प्रवेश होने की अनुमति नहीं दी है। इसके अलावा जर्नादन रेड्डी को बेल्लारी जिले में प्रवेश की अनुमति पर अदालत ने रोक लगा दिया है। जर्नादन रेड्डी ने बेल्लारी शहर से अपनी पत्नी को मैदान में उतारा है, जबकि वह खुद कोप्पल जिले के गंगावती क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।

बता दें कि, कुलकर्णी की ओर से उनकी पत्नी ने नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद उन्होंने अपनी क्षेत्र की जनता से कहा कि उनके सर्मथक दृढ़ संकल्प के साथ उन्हें सर्मथन दे रहे हैं। वे जानते है कि 'साहेब' यहां आएंगे। उनकी (कुलकर्णी) अनुपस्थिति में मैं मतदाताओं से आशीर्वाद मांगने का काम कर रही हूं। चूंकि कुलकर्णी अपने विधानसभा क्षेत्र में नहीं जा सकते है इसलिए वे वहां कि जनता को वीडियो के जरिए संबोधित करने का काम कर रहे हैं।

गौरतलब है कि साल 2016 में भाजपा नेता और जिला पंचायत सदस्य योगेशगौड़ा गौदर की हत्या के मामले में नवंबर 2020 को पूर्व मंत्री कुलकर्णी को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में लेकर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। हालांकि बाद में हाई कोर्ट ने उन्हें इस शर्त के साथ छोड़ दिया कि उन्हें अदालत की अनुमति के बिना धारवाड़ में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी।

जनार्दन का मामला कुलकर्णी से अलग नहीं

बेल्लारी के रेड्डी ब्रदर्स के रूप में चर्चित पूर्व खनन कारोबारी जनार्दन रेड्डी का भी मामला कुलकर्णी से ज्यादा अलग नहीं है। भाजपा के पूर्व मंत्री जनार्दन रेड्डी पर उच्च अदालत ने अवैध खनन के मामले में कर्नाटक के बेल्लारी और आंध्र प्रदेश के अनंतपुर के अलावा वाईएसआर कडप्पा जिलों में जाने पर रोक लगा दिया है। रेड्डी ने भाजपा का साथ छोड़कर ‘कल्याण राज्य प्रगति पक्ष' (केआरपीपी) नाम की एक पार्टी बनाई थी। इस समय उनके भाई जी करुणाकर रेड्डी और जी सोमशेखर रेड्डी भाजपा के साथ हैं। इनमे से एक भाई जी करुणाकर रेड्डी बेल्लारी (शहर) और जी सोमशेखर रेड्डी हरपनहल्ली सीट से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि बेल्लारी विधानसभा सीट पर कुलकर्णी को प्रवेश की अनुमति नहीं है इसलिए वे कोप्पल जिले में पड़ोसी गंगावती क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।

केआरपीपी के संस्थापक जनार्दन रेड्डी ने अपने भाई के खिलाफ बेल्लारी (शहर) निर्वाचन क्षेत्र से अपनी पत्नी लक्ष्मी अरूणा टिकट दिया है। नामांकन पत्र दाखिल करते समय पति के गैर मौजूदगी के चलते लक्षमी अरूणा के आंखों में आसू थे। नामांकन पत्र भरने के बाद जनार्दन रेड्डी की पत्नी ने कहा कि जितने काम उन्होंने (जनार्दन रेड्डी) शुरू किए थे, जो बीच में ही रुक गए, उसे वह पूरा करेगी। इनमें रिंग रोड, हवाई अड्डे, सुपरस्पेशलिटी अस्पताल और पीने के पानी जैसी परियोजनाएं शामिल है।

Created On :   8 May 2023 4:27 PM GMT

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