नए संसद भवन की तुलना आरजेडी ने ताबूत से की, बीजेपी का पलटवार- जनता '2024' में देगी मुंहतोड़ जवाब
- नए संसद पर बवाल
- आरजेडी ने साधा निशाना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली स्थित नए संसद भवन का उद्घाटन किया। जिस पर विपक्ष जबरदस्त तरीके से हमलावर है। कांग्रेस समेत 20 विपक्षी दलों ने इसका जोरदार विरोध किया है। बता दें कि, पीएम मोदी के हाथों इनोग्रेशन को लेकर विपक्षी नेताओं ने कई दिनों से लगातार सवाल खड़े कर रहे हैं। उनका कहना है कि पीएम मोदी को नहीं बल्कि देश के राष्ट्रपति को इसका उद्घाटन करना चाहिए क्योंकि वो देश का पहला नागरिक होता है।
नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह से कांग्रेस समेत 21 राजनैतिक पार्टियां नदारद रही। जिनमें कांग्रेस, द्रविड मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक), तृणमूल कांग्रेस, , जनता दल (यूनाइटेड), आम आदमी पार्टी(आप), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), समाजवादी पार्टी (सपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी(माकपा), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) जैसे कई पार्टियां हैं।
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने क्या कहा?
आरजेडी द्वारा नए सदन की तुलना ताबूत से किए जाने पर राजद नेता और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मीडिया ने सवाल किया तो उन्होंने कहा, "अभी हम नहीं देखे हैं। हमें जानकारी नहीं है, देख लेंगे।"
दलित विरोधी है बीजेपी
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर कहा कि, इसका उद्घाटन राष्ट्रपति के द्वारा होना चाहिए था क्योंकि राष्ट्रपति संविधान प्रमुख हैं। भाजपा ने ऐसा न करके न सिर्फ राष्ट्रपति का अपमान किया है बल्कि संविधान का भी अपमान किया है। भाजपा ने साबित कर दिया कि वे दलित विरोधी के साथ पिछड़ी मानसिकता की भी है।
राहुल गांधी ने क्या कहा?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने तंज कसा है। उन्होंने कहा, "संसद लोगों की आवाज है! प्रधानमंत्री संसद भवन के उद्घाटन को राज्याभिषेक समझ रहे हैं।"
शरद पवार ने क्या कहा?
नए संसद भवन के उद्घाटन पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा, "मैंने सुबह का आयोजन देखा। मुझे खुशी है कि मैं वहां नहीं गया। वहां जो कुछ हुआ उसे देखकर मैं चिंतित हूं। क्या हम देश को पीछे ले जा रहे हैं? क्या यह आयोजन सीमित लोगों के लिए ही था?"
सीएम शिंदे ने क्या कहा?
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नए संसद भवन को लेकर कहा, "प्रधानमंत्री ने सभी को न्योता दिया था लेकिन विपक्ष को कुछ भी अच्छा करो तो वह बुरा लगता है। जो लोग ताबूत के साथ तुलना नए संसद भवन की कर रहे हैं उन्हें जनता जवाब देगी।"
कांग्रेस को अच्छा काम रास नहीं आता- केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कांग्रेस पर पलटवार किया है। उन्होंने नए संसद भवन के उद्घाटन पर कहा कि, देश में जो भी कुछ अच्छा हो कांग्रेस को रास नहीं आता है। जोशी ने आगे कहा, "हमारा सौभाग्य है कि हमने पुराने संसद भवन में भी काम किया और अब नए संसद भवन में भी काम करेंगे। कांग्रेस पार्टी को देश में जो भी अच्छा होता है वह पसंद नहीं आता। यह लोकतंत्र का मंदिर है।"
स्रमाट चौधरी ने आरजेडी पर साधा निशाना
ताबूत वाले बयान पर सियासी घमासान छिड़ता हुआ नजर आ रहा है। आरजेडी इसे लेकर चौतरफा घिरती हुई नजर आ रही है। बिहार बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष स्रमाट चौधरी ने कहा, "ये पूरी तरह जनता तय करेगी। जनता 2024 के लोकसभा चुनाव और 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में उसी ताबूत में बंद करके राष्ट्रीय जनता दल को समाप्त कर देगी।"
असदुद्दीन ओवैसी ने क्या कहा?
नए संसद भवन को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि, देश को नई सदन की जरूरत थी। इसके अलावा उन्होंने ताबूत वाले बयान पर कहा कि आरजेडी का कोई स्टैंड ही नहीं है और संसद की तुलना ताबूत से करना गलत बात है।
पीएम मोदी ने गौरव का क्षण बताया
नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट किया, "आज का दिन हम सभी देशवासियों के लिए अविस्मरणीय है। संसद का नया भवन हम सभी को गर्व और उम्मीदों से भर देने वाला है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह दिव्य और भव्य इमारत जन-जन के सशक्तिकरण के साथ ही, राष्ट्र की समृद्धि और सामर्थ्य को नई गति और शक्ति प्रदान करेगी।"
संबित पात्रा ने साधा निशाना
आरजेडी के ताबूत वाले तस्वीर पर विवाद थमता हुआ नजर नहीं आ रहा है। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, "जाकी रही भावना जैसी, नव्य और भव्य संसद भवन देखी तिन तैसी!"
जदयू ने कलंक बताया
जदयू की ओर से भी नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर रिएक्शन आया है। जदयू ने कहा कि, नए संसद लाकर देश में तानाशाही लाने की कोशिश की जा रही है, यह एक कलंक है।
एनसीपी नेता और सांसद सुप्रिया सुले ने क्या कहा?
एनसीपी नेता और सांसद सुप्रिया सुले ने विपक्ष के मौजदूगी में उद्घाटन न होने पर कहा, "बिना विपक्ष की उपस्थिति के नए संसद भवन का उद्घाटन संपन्न नहीं हो सकता, इसका मतलब है कि देश में लोकतंत्र नहीं है। ये एक अधूरा कार्यक्रम है। 3 दिन पहले हमें व्हाट्सएप पर निमंत्रण भेजा गया। वे फोन पर विपक्ष के नेताओं से संपर्क कर सकते थे।" सुप्रियो ने आगे कहा, "पुराने संसद भवन से हमारी यादें जुड़ी हुई हैं। हम सभी पुराने संसद भवन से प्यार करते हैं, वह भारत की आजादी का वास्तविक इतिहास है। लेकिन अब हमें नए संसद भवन में जाना होगा।"
पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने आरजेडी को घेरा
आरजेडी के ताबूत वाले ट्वीट पर बीजेपी हमलावर है। बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा कि, आज भले ही सभी दलों के लोगों ने भवन बहिष्कार किया हो लेकिन कल सदन की कार्यवाही तो वहीं चलने वाली है। क्या राष्ट्रीय जनता दल ने यह तय कर लिया है कि वे नए संसद भवन का स्थायी रूप से बहिष्कार करेगी? क्या उसके सदस्य लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देंगे? ताबूत का चित्र दिखाना इससे ज्यादा अपमानजनक कुछ नहीं है।
बीजेपी का पलटवार
नए संसद की तुलना ताबूत से करने पर बीजेपी नेता गौरव भाटिया ने आरजेडी को जवाब देते हुए ट्वीट किया। "आज एक ऐतिहासिक पल है और देश गौरवान्वित है। आप नजरबट्टू है और कुछ नहीं। छाती पीटते रहिए। 2024 में देश की जनता आपको इसी ताबूत में बंद करके गाढ़ देगी और नए लोकतंत्र के मंदिर में आप को आने का मौका भी नहीं देगी। चलिए यह भी तय हुआ संसद देश का ताबूत आपका।"
आरजेडी ने ताबूत से की तुलना
नए संसद भवन के उद्घाटन पर राजनीति भी जबरदस्त हो रही है। राष्ट्रीय जनता दल यानी आरजेडी ने नए संसद भवन की तुलना ताबूत से कर दी है। अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पार्टी ने नई संसद और ताबूत का फोटो शेयर करते हुए लिखा, 'ये क्या है?'
Created On :   28 May 2023 9:53 AM IST