Rahul Gandhi statement controversy: 'उनका बयान देश के खिलाफ जंग का ऐलान', जयराम ठाकुर का राहुल गांधी पर करारा हमला
- राहुल गांधी के बयान पर मचा सियासी बवाल
- विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने साधा राहुल गांधी पर निशाना
- संविधान के खिलाफ बोलने का लगाया आरोप
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राहुल के बयान को लेकर देश की सियासत गरमाई हुई है। बीजेपी उन पर जमकर निशाना साध रही है। इसी क्रम में हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने राहुल गांधी के बयान को देश के खिलाफ जंग का ऐलान बताया। उन्होंने कहा कि किसी भी नेता से इस तरह के बयान की उम्मीद नहीं की जा सकती। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध करते-करते राहुल गांधी अब देश के खिलाफ बोलने लगे हैं, जो बेहद शर्मनाक है।
दरअसल, दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय के उद्घाटन के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि आरएसएस और बीजेपी के साथ-साथ हमारी लड़ाई इंडियन स्टेट से भी है। उनके इसी बयान को लेकर जयराम ठाकुर ने सवाल उठाया कि क्या विपक्ष के नेता को इस प्रकार के बयानों की उम्मीद की जा सकती है, जो सीधे तौर पर भारत के संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ हो। उन्होंने कहा कि इंडियन स्टेट से लड़ाई की बातें हमेशा एंटी नेशनल एलिमेंट्स द्वारा की जाती रही हैं और अब वही बयान कांग्रेस के सर्वे-सर्वा राहुल गांधी द्वारा दिया जा रहा है।
ऐसे बयान संविधान के खिलाफ
ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी भारत के संविधान की शपथ लेते हैं और फिर कहते हैं कि हम इंडियन स्टेट से लड़ रहे हैं। इस तरह का बयान भारत के लोकतंत्र और संविधान के खिलाफ है। उन्हें पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए। ठाकुर ने कहा कि जब पूरा देश सेना दिवस मना रहा था, सेना के बलिदान और शौर्य का सम्मान कर रहा था, तब राहुल गांधी देश के खिलाफ लड़ाई का इरादा जता रहे थे।
क्या हिमाचल के सीएम इस बयान से सहमत हैं?
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पर हमला बोलते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी द्वारा की गई इस आपत्तिजनक टिप्पणी के समय वह दोनों भी वहां मौजूद थे, लेकिन उन्होंने इसका विरोध नहीं किया। उन्होंने सवाल किया कि क्या हिमाचल प्रदेश सरकार के मुखिया और कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी की बात से सहमत हैं या नहीं? अगर हिमाचल के नेता राहुल गांधी के बयान से सहमत हैं, तो उन्हें खुलकर सामने आकर इसे समर्थन देना चाहिए। अगर वह असहमत हैं, तो उन्हें अपने नेता का विरोध करना चाहिए और यह स्पष्ट करना चाहिए कि वे इस तरह के बयानों का समर्थन नहीं करते।
Created On :   17 Jan 2025 1:52 AM IST