Bengal Violence: 'डंडे की भाषा समझने वालों को उसी में समझाना चाहिए...', बंगाल हिंसा पर योगी के मंत्री का बड़ा बयान

डंडे की भाषा समझने वालों को उसी में समझाना चाहिए..., बंगाल हिंसा पर योगी के मंत्री का बड़ा बयान
  • बंगाल हिंसा पर गरमाई सियासत
  • ममता सरकार हमलावर एनडीए के दल
  • यूपी सरकार में मंत्री नितिन अग्रवाल ने साधा निशाना

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। वक्फ कानून को लेकर लेकर हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान बंगाल में भड़की हिंसा को लेकर देश की सियासत गरमाई हुई है। इसे लेकर विपक्ष ममता सरकार पर हमलावर है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने बड़ा बयान दिया है। हरदोई में आयोजित 'एक राष्ट्र एक चुनाव' कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि जो लोग डंडे की भाषा समझते हैं, उन्हें डंडे की भाषा से ही समझाना चाहिए।

कार्यक्रम में मंत्री अग्रवाल ने जनपद के प्रबुद्ध वर्ग को संबोधित किया और 'एक राष्ट्र एक चुनाव' पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने बंगाल सरकार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि कानून के दायरे में रहकर काम करना चाहिए, लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो डंडे की भाषा समझते हैं।

तो ममता बनर्जी को आटे-दाल का भाव पता चल जाएगा

ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अगर बंगाल में सीएम योगी जैसा नेतृत्व आ जाए तो ममता बनर्जी को आटे-दाल का भाव पता चल जाएगा। उन्होंने ममता बनर्जी को उत्तर प्रदेश आकर कानून व्यवस्था समझने की चुनौती दी। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी को देखना चाहिए कि सीएम योगी की सरकार आने के बाद प्रदेश में कानून व्यवस्था कितनी बेहतर हुई है।

बता दें कि मंत्री नितिन अग्रवाल का यह बयान पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा को लेकर आया है। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद समेत कई जिलों में वक्फ संशोधित कानून को लेकर हिंसा की घटना घटी। कई इलाकों में हिंदुओं को टारगेट किया गया। उपद्रवियों ने लोगों के घर और दुकान लूट लिए और फिर उन्हें आग के हवाले कर दिए। हिंसा में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। आलम यह है कि अब मुर्शिदाबाद समेत कई इलाकों से हिंसा पीड़ित लोग पलायन कर रहे हैं। कुछ लोग पड़ोसी राज्य झारखंड में अपने रिश्तेदारों के यहां जा रहे हैं, तो कुछ लोग बंगाल के ही अन्य शहरों में शरण ले रहे हैं। हिंसा के बाद संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है, ताकि किसी प्रकार की हिंसात्मक गतिविधि को रोका जा सके और फिर से ऐसी घटना न घटे।

Created On :   20 April 2025 9:55 PM IST

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