Waqf Bill: 'देश के लिए ठीक नहीं होगा', जमात-ए-इस्लामी हिंद ने वक्फ संशोधन बिल पर मोदी सरकार को दी चेतावनी
- देश में वक्फ बिल पर गरमाई सियासत
- जमात-ए-इस्लामी हिंद ने केंद्र सरकार को घेरा
- मोदी सरकार को दे डाली ये चुनौती
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के मुस्लिम संगठन जमात-ए-इस्लामी हिंद ने वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ तल्ख टिप्पणी दी है। जमात-ए-इस्लामी हिंद ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिल को संविधान की आत्मा का विरोधी बताया है। जमात-ए-इस्लामी हिंद के वाइस प्रेसिडेंट सलीम इंजीनियर ने कहा कि देश के मुसलमानों की राय है कि ये वक्फ संशोधन बिल वक्फ बोर्ड और उसकी संपत्तियों को कमजोर करने का प्रयास है।
जमात-ए-इस्लामी हिंद ने मोदी सरकार को घेरा
उन्होंने कहा कि अगर यह बिल मौजूदा स्वरूप में पास हो जाता है तो ये संविधान की मूल भावना के खिलाफ होगा। उन्होंने कहा कि यह बिल धार्मिक स्वतंत्रता का हनन करता है, जो संविधान की ओर से दिए गए मौलिक अधिकारों के विपरीत है।
संगठन ने आरोप लगाया कि राज्य सरकारें ही वक्फ संपत्तियों पर कब्जा कर रही हैं। इसी के चलते जमात-ए-इस्लामी हिंद ने सरकार से अपील की है कि वह इस बिल को लागू करने की कोशिश न करें। इसे तुरंत वापस ले। मीडिया से बातचीत में सलीम इंजीनियर ने कहा कि सरकार ने किसानों के सुधार बिल के दौरान भी यही गलती की थी। जब किसानों को भरोसे में नहीं लिया गया तो उन्होंने देशभर में विरोध किया और सरकार को आखिरकार बिल वापस लेना पड़ा।
सलीम इंजीनियर ने वक्फ बिल पर कही ये बात
सलीम इंजीनियर ने कहा कि वक्फ बिल का मामला और भी गंभीर है, क्योंकि इसमें धार्मिक पहलू भी जुड़ा हुआ है। अगर सरकार मुसलमानों को विश्वास में लिए बिना ये बिल पास करती है तो यह संविधान के खिलाफ होगा और देश के लिए उचित नहीं होगा।
सरकार के वक्फ बोर्ड में सुधार के दावे को नकारते हुए सलीम इंजीनियर ने कहा कि इससे पहले नागरिकता कानून (CAA) का भी उन्होंने विरोध किया था। दरअसल, वह भी संविधान के खिलाफ था। इसी तरह अगर वक्फ संशोधन बिल भी पास होता है तो संगठन कानूनी दायरे में रहकर हरसंभव विरोध करेगा और उचित कदम उठाएगा।
Created On :   7 Feb 2025 6:02 PM IST