रुपये चिन्ह पर सियासत गरम: स्टालिन सरकार के '₹' चिन्ह बदलने से तिलमिलाई वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, कहा - 'खतरनाक मानसिकता'

स्टालिन सरकार के ₹ चिन्ह बदलने से तिलमिलाई वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, कहा - खतरनाक मानसिकता
  • रुपये चिन्ह पर सियासत गरम
  • तमिलनाडू सरकार ने बदला रुपये चिन्ह
  • केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने लगाई क्लास

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तमिलनाडू की सत्ताधारी डीएमके सरकार के बजट 2025-26 से रुपये के आधिकारिक चिन्ह '₹' हटाने का मामला सुर्खियों में हैं। इस मामले पर राज्य से लेकर देश की सियासत गरमा गई है। इस बीच केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तीखी प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने गुरुवार को तमिलनाडू सरकार के रुपये का चिन्ह हटाने वाले प्रस्ताव की निंदा की है।

रुपये चिन्ह हटाने पर सियासत गरम

डीएमके सरकार पर हमला बोलते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि तमिलनाडु सरकार का रुपये के चिन्ह को हटाने का कदम खतरनाक मानसिकता का संकेत है, जो देश की एकता को कमजोर करता है। उन्होंने यह भी कहा कि रुपये का चिन्ह मिटाकर डीएमके न केवल एक राष्ट्रीय प्रतीक को खारिज कर रही है, बल्कि एक तमिल युवा के रचनात्मक योगदान की भी अवहेलना कर रही है।

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक्स पर लिखा, "यह एक खतरनाक मानसिकता का संकेत है जो देश की एकता को कमजोर करता है और क्षेत्रीय गौरव के बहाने अलगाववादी भावनाओं को बढ़ावा देता है।" उन्होंने कहा, "रुपये का प्रतीक चिह्न अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छी तरह से पहचाना जाता है और वैश्विक वित्तीय लेनदेन में भारत की पहचान के रूप में काम करता है। ऐसे समय में जब भारत यूपीआई का उपयोग करके सीमापार भुगतान पर जोर दे रहा है, क्या हमें वास्तव में अपने स्वयं के राष्ट्रीय मुद्रा प्रतीक को कमतर आंकना चाहिए?"

निर्मला सीतारमण ने डीएमके सरकार को घेरा

केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा, "वास्तव में, इंडोनेशिया, मालदीव, मॉरीशस, नेपाल, सेशेल्स और श्रीलंका सहित कई देश आधिकारिक तौर पर 'रुपया' या इसे मिले-जुले नाम को अपनी मुद्रा के नाम के रूप में उपयोग करते हैं।" उन्होंने कहा, "सभी निर्वाचित प्रतिनिधि और अधिकारी संविधान के तहत हमारे राष्ट्र की संप्रभुता और अखंडता को बनाए रखने की शपथ लेते हैं. राज्य बजट दस्तावेजों से रुपये के चिन्ह जैसे राष्ट्रीय प्रतीक को हटाना उस शपथ के खिलाफ है। यह राष्ट्रीय एकता के प्रति प्रतिबद्धता को कमजोर करता है।"

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आगे कहा, "विडंबना यह है कि रुपये के चिन्ह को डीएमके के पूर्व विधायक एन. धर्मलिंगम के बेटे डी उदय कुमार ने डिजाइन किया था। अब इसे मिटाकर डीएमके न केवल एक राष्ट्रीय प्रतीक को खारिज कर रही है, बल्कि एक तमिल युवा के रचनात्मक योगदान की भी पूरी तरह से अवहेलना कर रही है।" इतना ही नहीं, बल्कि वित्त मंत्री ने आगे कहा कि तमिल शब्द रुपाई की जड़ें संस्कृत शब्द रुपया से गहाई से जुड़ी हैं, जिसका अर्थ है गढ़ी हुई चांदी या ऐसा चांदी का सिक्का जिस पर काम हुआ हो। यह शब्द तमिल व्यापार और साहित्य में सदियों से चलता आ रहा है और आज भी, रुपाई तमिलनाडु और श्रीलंका में मुद्रा का नाम बना हुआ है।

Created On :   14 March 2025 12:20 AM IST

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