हार के बाद कब कब हुए कांग्रेस के चिंतन शिविर, चार में से तीन में मिली सफलता, पांचवें चिंतन शिविर से निकलेगा मंथन
- बीजेपी से मुकाबला करना कांग्रेस की पहली प्राथमिकता
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। पांच राज्यों में मिली चुनावी हार के बाद कांग्रेस चिंतन शिविर के जरिए एक बार फिर पार्टी में जान फूंकना चाहती है। इन चिंतन शिविर के माध्यम से कांग्रेस उन कमजोर नीति रणनीतियों पर चर्चा करेगी जिनकी वजह से उसे लगातार पस्त होना पड़ रहा है। राजस्थान के उदयपुर में आयोजित हो रहे चिंतन शिविर में कई चुनावी कड़ियों पर चर्चा कर, कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के साथ दो साल बााद होने वाले लोकसभा चुनावों में बीजेपी का मुकाबला करना पहली प्राथमिकता है। ये शिविर ही भविष्य में कांग्रेस की आगे की दशा दिशा दोनों तय करेगी। शिविर में कांग्रेस 2024 का चुनावी रोडमैप बनाएंगी।
बात अगर कांग्रेस के सियासी सफर में चिंतन शिविर के सफलता की जाए तो वह अब तक अच्छा नहीं रहा है। आपको बता दें कांग्रेस ने अब तक चार बार चिंतन शिविर किया है। और ये कांग्रेस का पांचवा शिविर है। एक बार के चिंतन शिविर को छोड़ दिया जाए तो तीन बार के चिंतन शिविर के बाद भी कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है। अब देखना होगा की पांचवें चिंतन शिविर से कांग्रेस को क्या लाभ मिल पाता है या नहीं।
Created On :   13 May 2022 4:09 PM IST