कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बेटे की इच्छा पर मचा घमासान! बीजेपी ने कहा- कभी खत्म नहीं होगा संघर्ष
डिजिटल डेस्क, बंगलुरू। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए सभी प्रमुख पार्टियां अपनी कमर कसती हुई दिखाई दे रही हैं। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस, भाजपा और जेडीएस तीनों ही पार्टियां सरकार बनाने का दावा कर रही हैं। इसी बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र ने पापा को लेकर बड़ा दावा किया है। यतींद्र का कहना है कि मैं अपने पिता को एक बार फिर से सीएम देखना चाहता हूं।
यतींद्र ने जैसे ही अपनी इच्छा जाहिर की, तभी पार्टी से बागवती सुर उठने लगे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार को यह बात अच्छी नहीं लगी है क्योंकि उनकी भी यही तमन्ना है कि अगर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आती है तो वो सीएम बनेंगे।
बेटे ने की अपनी इच्छा सार्वजनिक
दरअसल, प्रदेश में सबसे वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ही हैं। और वह फिलहाल प्रदेश के विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं। जबकि इनके बेटे की बात करे तो यतींद्र कर्नाटक के वरूणा सीट से विधायक हैं और पार्टी ने एक बार फिर उन पर विश्वास जताते हुए यहीं से टिकट दी है। चुनाव को देखते हुए यतींद्र मांडया जिले पहुंचे थे। जहां पर उन्होंने अपनी ख्वाहिश को जाहिर करते हुए कहा "एक बेटा होने के नाते, मैं अपने पिता को दोबारा कर्नाटक का सीएम बनते हुए देखना चाहता हूं। बिल्कुल, मेरे पिता ने भी कहा है कि वह दोबारा सीएम बनना चाहते हैं। वह राज्य को विकास के रास्ते पर ले जाएंगे।"
यतींद्र की क्या है इच्छा
यतींद्र भी प्रदेश की राजनीति में काफी सक्रिय रहते हैं। मीडिया रिर्पोट्स के मुताबिक, यतींद्र पार्टी हाई कमान से कोलार सीट से टिकट की मांग की है लेकिन उन्हें वरूणा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। पार्टी सूत्रों की मुताबिक, कोलार सीट पर यतींद्र ने अपनी पैठ अच्छी खासी बनाई हुई है किसी भी पार्टी को यहां जितना आसान नहीं होगा क्योंकि वो हमेशा से ही इस विधानसभा सीट का मुआयना करते रहे हैं। इसलिए वह कोलार सीट से चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं।
प्रदेश अध्यक्ष बयान से खुश नहीं
यतींद्र के बयान पर प्रदेश कांग्रेस दो फाड़ होती हुई नजर आ रही है। क्योंकि इस बार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार भी मुख्यमंत्री फेस के लिए अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। भले ही उन्होंने कभी खुलकर अपनी इच्छा नहीं बताई हो, लेकिन उनकी भी चाहत है कि अगर कांग्रेस विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करती है तो वो सीएम बने।
यतींद्र के दिए गए बयान से शिवकुमार खुश नहीं हैं। पार्टी के एक नेता के मुताबिक, डी के शिवकुमार और सिद्धरमैया के दो गुट एक्टिव हैं। जिसकी वजह से कांग्रेस को चुनाव में नुकसान उठाना पड़ सकता है। उनका यह भी मानना है कि इस समय कांग्रेस विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन कर सकती है, लेकिन इसके लिए पार्टी में गुटबाजी खत्म करनी होगी।
बीजेपी ने कसा तंज
इस पूरे मामले पर बीजेपी ने कांग्रेस पर तंज कसा है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कातील ने कहा कि कांग्रेस अपनी आंतरिक कलह से जूझ रही है। सिद्धारमैया और शिवकुमार सीएम फेस के लिए अपने कार्यकर्ताओं को भ्रम में डाल रहे हैं। प्रदेश के सभी लोग जानते है कि कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई सुलझने वाली नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि अगर कांग्रेस को सत्ता मिल भी जाती है फिर भी पार्टी में संघर्ष जारी रहेगा।
10 मई को वोटिंग
बता दें कि, कर्नाटक में 10 मई को 224 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने वाले हैं। जबकि 13 मई को मतों की गिनती होंगी। इस बार 5 करोड़ से ज्यादा वोटर्स वोट करने वाले हैं और कांग्रेस पार्टी की उम्मीद है कि वो इस बार के विधानसभा चुनाव में अपनी परचम जरूर लहराएंगी।
Created On :   2 April 2023 11:03 AM IST