यूपी के राजनीतिक दल समय पर चाहते हैं चुनाव, कोरोना के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर बढ़ी चिंताएं

UP political parties want timely elections, concerns raised about new Omicron variant of Corona
यूपी के राजनीतिक दल समय पर चाहते हैं चुनाव, कोरोना के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर बढ़ी चिंताएं
उत्तर प्रदेश यूपी के राजनीतिक दल समय पर चाहते हैं चुनाव, कोरोना के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर बढ़ी चिंताएं
हाईलाइट
  • लखनऊ के तीन दिवसीय दौरे पर चुनाव आयोग

डिजिटल डेस्क, लखनऊ । उत्तर प्रदेश के सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) से राज्य में 2022 के विधानसभा चुनावों में देरी नहीं करने का आग्रह किया है जबकि राज्य में कोरोना के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं।

मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा, चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और अनूप चंद्र पांडेय और चुनाव आयोग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने मंगलवार देर शाम तक लखनऊ में राष्ट्रीय और मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए चुनाव आयोग लखनऊ के तीन दिवसीय दौरे पर है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व जे.पी.एस. राठौर ने किया। नरेश उत्तम पटेल के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रतिनिधिमंडल, मेवालाल गौतम के नेतृत्व में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रतिनिधिमंडल, ओंकार नाथ सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल और अनिल दुबे के नेतृत्व में राष्ट्रीय लोक दल आरएलडी के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से चुनाव कराने का आग्रह किया।

इस बैठक के बाद, सपा की राज्य यूनिट के अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने कहा, सपा ने चुनाव आयोग से आग्रह किया कि वह कोरोना के मामलों में वृद्धि को देखते हुए कड़े नियमों के साथ विधानसभा चुनाव कराएं। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही चुनाव आयोग को विधानसभा चुनाव पर संदेह दूर करना चाहिए। भाजपा की राज्य यूनिट के उपाध्यक्ष राठौर ने कहा कि विधानसभा चुनाव तय कार्यक्रम के अनुसार होने चाहिए, लेकिन अंतिम फैसला चुनाव आयोग को करना है। भाजपा ने चुनाव आयोग से कहा कि संभावित तीसरी लहर को देखते हुए मतदान केंद्रों पर पर्याप्त व्यवस्था की जानी चाहिए। इस बीच, कांग्रेस ने चुनाव से पहले अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) को पद से हटाने की मांग की।

कांग्रेस ने ओंकार नाथ सिंह, वीरेंद्र मदन और मोहम्मद अनस खान द्वारा हस्ताक्षरित ईसीआई को एक पत्र में कहा, एसीएस होम अवनीश कुमार अवस्थी चुनाव प्रबंधन का हिस्सा नहीं होंगे, उनका तबादला आदर्श आचार संहिता से पहले किया जाए। यह पब्लिक डोमेन में है कि एक सरकारी अधिकारी होने के बावजूद, वह केंद्रीय मंत्रियों के ट्वीट्स को रीट्वीट करते हैं। वह पीएम के कार्यक्रमों और सरकारी योजनाओं को रीट्वीट कर उनकी तारीफ करते रहते हैं। रालोद के राष्ट्रीय सचिव अनिल दुबे ने कहा, ईसीआई को 80 साल से ऊपर के मतदाताओं की एक सूची देनी चाहिए। सपा ने दावा किया है कि राज्य में 40 लाख ऐसे मतदाता हैं जिनकी उम्र 80 साल से अधिक है। बसपा ने आदर्श आचार संहिता को सख्ती से लागू करने की मांग की।

 

(आईएएनएस)

Created On :   29 Dec 2021 11:00 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story