केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बीस दिन के भीतर दूसरा बिहार का दौरा, जेपी के जन्मस्थल पहुंचे शाह

Union Home Minister Amit Shahs second visit to Bihar within twenty days, Shah will reach the birthplace of JP
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बीस दिन के भीतर दूसरा बिहार का दौरा, जेपी के जन्मस्थल पहुंचे शाह
लोकनायक जेपी जयंती केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बीस दिन के भीतर दूसरा बिहार का दौरा, जेपी के जन्मस्थल पहुंचे शाह
हाईलाइट
  • परिवर्तन करने का एक उत्कृष्ट उदाहरण

डिजिटल डेस्क, पटना। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 20 दिन के भीतर ही दूसरी बार बिहार के दौरे पर है। शाह के इस दौरे पर राजनीतिक बयानबाजी होने लगी है। जेडीयू नेता इसे  बिहार में बीजेपी की खिसकती जमीन का आरोप लगा रहे है। वहीं जवाब में बीजेपी नेताओं का कहना है कि शाह के दौरे से जेडीयू के नेता नीतीश कुमार डरे हुए है और वह बिहार छोड़कर नागालैंड चले गए है। लेकिन इससे पहले हम आपको दोनों नेताओं की यात्राओं के बारे बता देते है।

लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर उनकी जन्मभूमि सिताब दियारा में विशाल जन समूह को संबोधित  करते हुए अमित शाह ने कहा कि जेपी का नाम लेकर राजनीति में आये लोग अब पांच-पांच बार पाला बदलकर जेपी के सिद्धांतों को दरकिनार कर चुके हैं। और आज सत्ता सुख के लिए उसी कांग्रेस की गोदी में बैठ गए हैं, शाह ने कहा कि जयप्रकाश नारायण जी ने आपातकाल थोपने वाली भ्रष्टाचारी और अन्यायी शासन के विरुद्ध पूरे विपक्ष को एकजुट कर देश में पहली गैर कांग्रेसी सरकार बनाई। जेपी ने सत्ता से बाहर रहकर परिवर्तन करने का एक उत्कृष्ट उदाहरण देश के सामने रखा।

जानकारी के मुताबिक केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह लोकनायक जयप्रकाश नारायण की 120वीं जयंती  पर उनके पैतृक गांव सिताब दियारा पहुंच गए है। जहां शाह जेपी की प्रतिमा का अनावरण किया । जेपी की इस प्रतिमा पर केंद्र सरकार ने 4.72 करोड़ रूपए खर्च किए है। और एक जनसभा को संबोधित कर रहे है।

सीमांचल के बाद अमित शाह का जेपी के गांव का दौरा महागबंधन के लिए नई चुनौती माना जा रहा है। जबकि बिहार के सीएम नीतीश कुमार मंगलावर को ही नगालैंड के दीमापुर जा रहे हैं। जहां सीएम कुमार जेपी की जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होगे और एक जनसभा को संबोधित करेंगे। बीजेपी नीतीश कुमार पर जेपी जयंती न बनाने का आरोप लगाती रही है। नीतीश कुमार ने साल  2005 में मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार जेपी की पुण्यतिथि मनाई। 

 

गृह मंत्री अमित शाह ने जेपी को याद करते हुए  ट्वीट किया, शाह ने लिखा "सामाजिक समरसता और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रतीक लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर उन्हें नमन। लोकतंत्र को समाप्त करने के लिए लगाए गए आपातकाल के खिलाफ अनेक यातनाएं सहते हुए भी उन्होंने संपूर्ण क्रांति का जो बिगुल फूंका, वो सभी देशवासियों के लिए प्रेरणा का केंद्र बना रहेगा।

आपको बता दें इससे पहले गृह मंत्री 23-24 सितंबर को सीमांचल के पूर्णिया और किशनगंज जिलों के दौरे पर आए थे। शाह के दौरे को लेकर जेडीयू का कहना है कि बिहार में बीजेपी की राजनीतिक जमीन खिसक चुकी है। जिसके चलते शाह लगातार और बार बार बिहार का दौरा कर रहे है।  लेकिन जेडीयू महासचिव केसी त्यागी ने बीजेपी पर जेपी की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि यात्राओं से कुछ नहीं होने वाला बीजेपी बिहार में मजबूत नहीं होगी।  त्यागी ने कहा कि जेपी समाजिक एकता, सहिष्णुता और जाति रहित समाज के प्रतीक हैं। बीजेपी को बताना होगा कि वह जेपी के विचारों पर चल रही है या नहीं। त्यागी ने कहा कि शाह का  सिताब दियारा का दौरा केवल एक फोटो अपर्चुनिटी से ज्यादा कुछ नहीं है। वहीं त्यागी ने नीतीश के नागालैंड दौरे को लेकर कहा कि जेपी चाहते थे नागालैंड में शांति रहे इसके लिए जेपी ने नागालैंड में सबसे पहले काम किया था। त्यागी ने आगे कहा कि बीजेपी नहीं चाहती कि नागालैंड में शांति रहे। त्यागी ने कहा मैं बीजेपी से पूछना चाहता हूं कि क्या बीजेपी ने नागालैंड में शांति के कुछ काम किया है।

 

 

 

 

Created On :   11 Oct 2022 3:34 PM IST

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