आरोप-प्रत्यारोप: चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र मतदाता सूची से छेड़छाड़ के आरोपों को बताया निराधार, राहुल गांधी के दावों को ईसी ने किया खारिज

- मतदाता सूची के साथ छेड़छाड़ का आरोप
- चुनाव आयोग ने दी सफाई
- अमेरिका के बोस्टन शहर से राहुल गांधी ने ईसी पर साधा निशाना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय निर्वाचन आयोग ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों को खारिज कर दिया है। आपको बता दें लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अमेरिका के बोस्टन शहर में छात्रों से बातचीत करते हुए चुनाव आयोग पर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर कई आरोप लगाए। जिनमें से एक महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के दौरान मतदाता सूची के साथ छेड़छाड़ करने का भी आरोप है। राहुल गांधी ने कहा था कि भारत का चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं रहा है और यह भी कहा कि चुनावी व्यवस्था में कुछ बहुत गड़बड़ियां हैं।
खबरों से मिली जानकारी के अनुसार आयोग ने बताया कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक कुल 6,40,87,588 वोटर्स ने वोट किया। औसतन हर घंटे करीब 58 लाख वोट डाले गए। अगर इसी औसत के अनुसार देखा जाए, तो आखिरी दो घंटों में करीब 1 करोड़ 16 लाख (116 लाख) लोग वोट डाल सकते थे। इसलिए, दो घंटे में सिर्फ 65 लाख वोट पड़ना औसत के मुकाबले काफी कम है, और यह कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों के विपरीत है।
पोलिंग बूथ पर मतदान उम्मीदवारों या राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त पोलिंग एजेंटों की मौजूदगी में संपन्न होती है। पोलिंग एजेंटों ने चुनाव में मतदान को लेकर गड़बड़ी को लेकर कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई। सूत्रों ने आगे कहा मतदाता सूची जन प्रतिनिधित्व कानून, 1950 और मतदाता पंजीकरण नियम, 1960 के तहत तैयार की जाती है, महाराष्ट्र भी इसमें शामिल है। कानून के अनुसार, हर साल या चुनाव से ठीक पहले वोटर्स लिस्ट की एक विशेष समीक्षा की जाती है। इसके बाद अंतिम मतदाता सूची की एक प्रति (कॉपी) सभी राष्ट्रीय और राज्य स्तर के दलों को दी जाती है, जिसमें कांग्रेस भी शामिल है। अंतिम मतदाता सूची तैयार होने के पहले और बाद में कांग्रेस या किसी अन्य दूसरे दल की ओर से चुनाव से पहले कोई आपत्ति नहीं उठाई गई। ईसी ने कहा महाराष्ट्र की मतदाता सूची को लेकर लगाए गए आरोप बेबुनियाद और कानून के शासन का अपमान हैं।
Created On :   22 April 2025 7:45 PM IST