सौगत रॉय और कुणाल घोष को सेंसर कर सकती है तृणमूल की अनुशासन समिति
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। यह समझते हुए कि तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ लोकसभा सदस्य सौगत रॉय और पार्टी के राज्य महासचिव कुणाल घोष की कुछ टिप्पणियां जनता को पार्टी नेतृत्व के बारे में गलत संकेत दे रही हैं, पार्टी की अनुशासन समिति ने इन दोनों नेताओं को सेंसर करने का फैसला किया है।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने आईएएनएस को बताया कि रॉय को पहले ही अगले सात दिनों के भीतर पार्टी की अनुशासन समिति के सदस्यों से मिलने के लिए कहा जा चुका है। नेता ने कहा, चूंकि वह एक बेहद वरिष्ठ नेता और सांसद हैं, इसलिए उनके खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई हालांकि नहीं की जाएगी। उनसे सिर्फ पार्टी नेतृत्व के लिए असुविधा का कारण बनने वाली कोई भी टिप्पणी करने से बचने के लिए कहा जाएगा।
हाल ही में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में रॉय ने पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के हंसखाली में एक नाबालिग लड़की के साथ हुए दुष्कर्म का जिक्र किया और कहा कि एक महिला मुख्यमंत्री के रहते राज्य में इस तरह की घटना शर्म की बात है। इसके तुरंत बाद पार्टी के कई नेताओं ने उनका विरोध किया था।
इस बीच, पार्टी सूत्रों ने कहा कि हालांकि कुणाल घोष को अभी तक पार्टी की अनुशासन समिति से फोन नहीं आया है, पार्टी नेतृत्व का एक वर्ग नेतृत्व के लिए शर्मिदगी पैदा करने वाले बयानों के लिए उन्हें सेंसर करने के पक्ष में है।
घोष ने हाल ही में राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री, पार्थ चटर्जी (इस समय वाणिज्य और उद्योग मंत्री) को पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) में हालिया भर्ती अनियमितताओं के लिए जवाबदेह ठहराया था। परिवहन मंत्री फिरहाद हकीम ने कैबिनेट के मुद्दों पर सवाल उठाने के घोष के अधिकार को चुनौती दी थी, जिस पर घोष ने पलटवार किया था।
(आईएएनएस)
Created On :   20 April 2022 10:00 PM IST