पाठ्यपुस्तक संशोधन विवाद, भाजपा ने विपक्ष का मुकाबला करने को अभियान शुरू किया

Textbook revision controversy, BJP launches campaign to counter opposition
पाठ्यपुस्तक संशोधन विवाद, भाजपा ने विपक्ष का मुकाबला करने को अभियान शुरू किया
कर्नाटक पाठ्यपुस्तक संशोधन विवाद, भाजपा ने विपक्ष का मुकाबला करने को अभियान शुरू किया

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरू। कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा ने पाठ्यपुस्तक संशोधन के मुद्दे पर विपक्ष के हमलों का मुकाबला करने के लिए एक्सेप्ट टूलकिट रिजिगनेशन अभियान शुरू किया है। यह अभियान पाठ्यपुस्तक संशोधन समिति के अध्यक्ष रोहित चक्रतीर्थ के समर्थन के लिए चलाया जा रहा है। अभियान सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है और भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं सहित कुछ वर्गो से समर्थन हासिल कर रहा है।

यह मुख्य रूप से कांग्रेस के अभियान का मुकाबला करने के लिए शुरू किया गया है और साहित्यकारों द्वारा पाठ्यपुस्तकों के संशोधन और चक्रतीर्थ के खिलाफ कार्रवाई करने की उनकी मांग का विरोध करने के लिए कई इस्तीफे दिए गए हैं। इस अभियान को सत्तारूढ़ भाजपा के मंत्रियों का समर्थन मिल रहा है। राजस्व मंत्री आर. अशोक, श्रममंत्री शिवराम हेब्बार, परिवहन मंत्री श्रीरामुलु, कृषि मंत्री बी.सी. पाटिल, समाज कल्याण मंत्री कोटा श्रीनिवास पुजारी और पशुपालन मंत्री प्रभु चौहान ने अभियान का समर्थन किया है और कहा है कि सरकार को उनका इस्तीफा स्वीकार करना चाहिए।

अशोक ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, चूंकि इसने पाठ्यपुस्तक संशोधन का विरोध करने के लिए सभी साधनों को समाप्त कर दिया है, एक अंतिम हताश उपाय के रूप में पार्टी ने लेखकों को आगे बढ़ाया है। एक के बाद एक साहित्यकार अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं। सरकार को इसे स्वीकार करना चाहिए। मंत्री हलप्पा आचार ने कहा कि पुनरीक्षण समिति इस मुद्दे पर बहस की मांग कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने केवल विवाद पैदा करने के इरादे से लेखकों को इस्तीफा देने के लिए उकसाया है। सरकार उन लोगों के सामने नहीं झुकेगी जो पुरस्कार लौटा रहे हैं और पद से इस्तीफा सौंप रहे हैं।

मंत्री शिवराम हेब्बार ने कहा, कांग्रेस की आदत है कि वह तथाकथित विचारकों को पदों की पेशकश करती है और उनसे राजनीतिक काम करवाती है। इस्तीफे का नाटक तब शुरू हुआ है, जब पाठ्यपुस्तक संशोधन का विरोध करने के सभी तरीके विफल हो गए हैं। सरकार को सभी टूलकिट साहित्यकारों के इस्तीफे स्वीकार करने चाहिए। कृषि मंत्री बी.सी. पाटिल ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस इस्तीफा ड्रामा लेकर आ रही है।

कोटा श्रीनिवास पुजारी ने कहा कि विपक्षी दल पाठ्यपुस्तक संशोधन के संबंध में राजनीतिक बयान दे रहे हैं। लोगों को पाठ्यक्रम को लेकर कोई भ्रम नहीं होना चाहिए। पाठ्यपुस्तकों को राष्ट्रवाद के आदर्शो के साथ प्रकाशित किया जा रहा है। पुजारी ने कहा, नया पाठ्यक्रम बच्चों में देशभक्ति का संचार करेगा। यह निंदनीय है कि विपक्ष ने भाजपा सरकार को लोकप्रिय समर्थन से ईष्र्या करते हुए ऐसा रास्ता अपनाया। पाठ्यपुस्तक संशोधन विवाद के बाद मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा है कि उन्होंने शिक्षा मंत्री बी.सी. नागेश को इस संबंध में रिपोर्ट सौंपकर फैसला लेने को कहा है।

 

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Created On :   1 Jun 2022 9:00 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story