तेलंगाना एकता दिवस समारोह विशाल रैलियों के साथ शुरू

Telangana Unity Day celebrations begin with huge rallies
तेलंगाना एकता दिवस समारोह विशाल रैलियों के साथ शुरू
तेलंगाना राजनीति तेलंगाना एकता दिवस समारोह विशाल रैलियों के साथ शुरू
हाईलाइट
  • 1948 को हैदराबाद की रियासत भारतीय संघ में शामिल हो गई थी

डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। तेलंगाना एकता दिवस समारोह 17 सितंबर की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को राज्य भर में शुरू हुआ, जो तत्कालीन हैदराबाद राज्य के भारतीय संघ में शामिल होने का प्रतीक है। स्वर्ण जयंती समारोह को चिह्न्ति करने के लिए राज्य सरकार द्वारा घोषित साल भर चलने वाले आधिकारिक समारोह की शुरूआत करते हुए राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों में रैलियां निकाली गईं।

मंत्रियों, सांसदों, राज्य के विधायकों और अन्य जनप्रतिनिधियों ने एकता की आवश्यकता पर बल देते हुए रैलियों को संबोधित किया। निर्वाचन क्षेत्र मुख्यालय में आयोजित रैलियों में राष्ट्रीय ध्वज थामे हजारों छात्र-छात्राओं, युवाओं और महिलाओं ने भाग लिया। इसके साथ ही तीन दिवसीय उत्सव की शुरूआत हुई। तीन दिनों के दौरान विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव शनिवार को हैदराबाद में होने वाले मुख्य समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। जिला मंत्री मुख्यालय पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। भारत को आजादी मिलने के 13 महीने बाद, 17 सितंबर, 1948 को हैदराबाद की रियासत भारतीय संघ में शामिल हो गई थी। भारतीय सेना द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन पोलो के बाद परिग्रहण तब हुआ जब हैदराबाद के निजाम ने भारतीय संघ में शामिल होने से इनकार कर दिया।

तेलंगाना एकता दिवस समारोह को चिह्न्ति करने के लिए हैदराबाद में हुसैन सागर झील के किनारे पीपुल्स प्लाजा में आयोजित रैली में राज्य के गृह मंत्री महमूद अली, पशुपालन मंत्री टी. श्रीनिवास यादव, मुख्य सचिव सोमेश कुमार और अन्य अधिकारियों ने भाग लिया। उद्योग और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री के.टी. रामाराव ने सिरसिला में सभा को संबोधित किया।

भाजपा पर निशाना साधते हुए रामा राव ने कहा कि शांतिपूर्ण तेलंगाना में सांप्रदायिक नफरत भड़काने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि अतीत को खोदकर और जहर उगलकर सांप्रदायिक नफरत का माहौल बनाया जा रहा है। टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष भाजपा द्वारा आयोजित किए जा रहे हैदराबाद मुक्ति दिवस समारोह का जिक्र कर रहे थे।

केटीआर ने लोगों को सांप्रदायिक विभाजन पैदा करने की साजिश के खिलाफ आगाह किया। उन्होंने कहा कि अगर लोग सतर्क नहीं रहे तो तेलंगाना के दशकों पीछे जाने का खतरा है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना के लिए संघर्ष कोई नई बात नहीं है क्योंकि राज्य को लंबी लड़ाई के बाद हासिल किया गया है। उन्होंने सुझाव दिया कि तेलंगाना का दौरा करने वाले केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता राज्य में फंड लाएं। केटीआर ने कहा, हमें यह देखना होगा कि क्या केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जो हैदराबाद आ रहे हैं, केंद्र द्वारा राज्य को दिए गए धन के बारे में बोलेंगे या धर्म के नाम पर लोगों को भड़काएंगे। अमित शाह 17 सितंबर को हैदराबाद में केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित किए जा रहे तेलंगाना मुक्ति दिवस समारोह में भाग लेंगे।

(आईएएनएस)

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Created On :   16 Sept 2022 6:00 PM IST

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