शर्मिला ने कलेश्वरम परियोजना में भ्रष्टाचार पर भाजपा की निष्क्रियता पर सवाल उठाया

Sharmila questions BJPs inaction on corruption in Kaleshwaram project
शर्मिला ने कलेश्वरम परियोजना में भ्रष्टाचार पर भाजपा की निष्क्रियता पर सवाल उठाया
टॉलीवुड शर्मिला ने कलेश्वरम परियोजना में भ्रष्टाचार पर भाजपा की निष्क्रियता पर सवाल उठाया

डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। वाईएसआर तेलंगाना पार्टी (वाईएसआरटीपी) की अध्यक्ष वाई.एस शर्मिला ने शनिवार को कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना (केएलआईपी) में भ्रष्टाचार पर भाजपा की निष्क्रियता पर सवाल उठाया। उन्होंने केंद्र में सत्ता में रहने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं करने के लिए भाजपा पर सवाल उठाया। इसके अलाना इस मुद्दे पर चुप्पी साधने के लिए विपक्षी भाजपा और कांग्रेस की आलोचना की। उन्होंने कहा कि राज्य कांग्रेस अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी और राज्य भाजपा अध्यक्ष बंदी संजय दोनों ठेकेदार की धुन पर नाचते दिख रहे हैं, जो तेलंगाना में सभी परियोजनाओं के एकमात्र लाभार्थी हैं।

उन्होंने कहा- मैं इन दोनों दलों को कालेश्वरम भ्रष्टाचार से लड़ने में अपनी ईमानदारी साबित करने की चुनौती देता हूं, जो अब राज्य स्तर का घोटाला नहीं है, बल्कि एक राष्ट्रीय मुद्दा है, क्योंकि केंद्रीय वित्त पोषण एजेंसियों द्वारा एक लाख करोड़ रुपये ऋण के रूप में वितरित किए गए थे। शर्मिला ने पूछा- केंद्र में बीजेपी सरकार क्या कर रही है? वह कार्रवाई करने के लिए अधिकृत हैं, लेकिन वह ऐसा नहीं करेंगे। उन्हें क्या रोक रहा है? इस पर सिर्फ वाईएसआरटीपी ही क्यों लड़ रही है?

शर्मिला, जिन्होंने पहले ही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) में शिकायत दर्ज करा दी है, उन्होंने अपनी पार्टी की लड़ाई तब तक जारी रखने की कसम खाई, जब तक कि भ्रष्टाचार की गहन जांच का उनका उद्देश्य पूरा नहीं हो जाता। शर्मिला, जिन्होंने शुक्रवार को दिल्ली में नियंत्रक और महालेखा परीक्षक से भी शिकायत की थी, शनिवार को हैदराबाद में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने बताया कि कैसे कालेश्वरम परियोजना संभवत: भारत का सबसे बड़ा घोटाला है और इस घोटाले में मुख्यमंत्री केसीआर और उनके परिवार की संलिप्तता की जांच की आवश्यकता पर विस्तार से बताया।

उन्होंने कहा- हाल ही में सीबीआई के दरवाजे खटखटाने के बाद, हम नहीं माने और कल हम सीएजी से मिले, जिन्होंने धैर्यपूर्वक हमारी शिकायत के सभी पहलुओं को सुना और सहमति व्यक्त की कि उनका कार्यालय कालेश्वरम परियोजना के सभी पहलुओं, कदाचार, धन के गबन और पक्षपात की जांच करेगा। शर्मिला ने दावा किया कि सीएजी ने आश्वासन दिया कि आईआईटीयन के साथ विशेषज्ञों की एक टीम परियोजना पर विस्तृत अध्ययन करेगी। कैग ने हमें आश्वासन दिया है कि कालेश्वरम परियोजना में अनियमितताओं का ऑडिट किया जाना चाहिए, और वह निश्चित रूप से इस मुद्दे को देखेंगे। मुझे विश्वास है कि संबंधित अधिकारी केसीआर और उनके परिवार द्वारा किए गए भ्रष्टाचार को देखेंगे और उन्हें जवाबदेह ठहराएंगे।

उन्होंने कहा- कालेश्वरम में भ्रष्टाचार एक लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है और केसीआर ने सरकारी खजाने को लूट लिया है, और अपने अभूतपूर्व लालच से राज्य को नीचा दिखाया है। यह काल्पनिक पैसा नहीं है और पैसा पहले ही खर्च किया जा चुका है। केसीआर ने परियोजना को पूरा माना है। इसलिए, पैसा हाथ से निकल गया और लूट लिया गया। भ्रष्ट और दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए।

यह याद किया जा सकता है कि वाईएसआरटीपी ने कालेश्वरम परियोजना भ्रष्टाचार के खिलाफ एक लंबी लड़ाई छेड़ने का संकल्प लिया है, जहां परियोजना की लागत लगभग 40,000 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1.20 लाख करोड़ रुपये कर दी गई थी। पार्टी का कहना है कि कई आरोपों ने आंकड़ों के मिथ्याकरण, मोटर खरीदते समय अनुमानों की मुद्रास्फीति, और परियोजना के किसी भी चरण में विशेषज्ञों की सलाह और चेतावनियों पर ध्यान नहीं देने की ओर इशारा किया।

 

 (आईएएनएस)

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Created On :   22 Oct 2022 12:00 PM GMT

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