आदतन हिंदुओं का अपमान करते हैं केजरीवाल और आप

Kejriwal and AAP habitually insult Hindus
आदतन हिंदुओं का अपमान करते हैं केजरीवाल और आप
तेजस्वी सूर्या आदतन हिंदुओं का अपमान करते हैं केजरीवाल और आप

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने कश्मीरी पंडितों के नरसंहार का मजाक बनाने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से बिना शर्त माफी मांगने की मांग करते हुए बुधवार को कहा कि वह और आप आदतन हिंदुओं का अपमान करने वाले हैं। सूर्या ने कहा कि भाजयुमो तब तक विरोध जारी रखेगा जब तक केजरीवाल कश्मीरी पंडितों का मजाक उड़ाने के लिए बिना शर्त माफी नहीं मांग लेते।

उन्होंने यह बात भाजयुमो के राष्ट्रीय महासचिव और लोकसभा सदस्य राजू बिस्ता के साथ यहां भाजपा के राष्ट्रीय मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। सूर्या ने कहा, जब उनकी राजनीति की बात आती है तो केजरीवाल एक आदतन अपमान करने वाले हैं और उनके राजनीतिक हित हमेशा राष्ट्र हित से ऊपर होते हैं। आप ने बार-बार सुरक्षा बलों की प्रतिबद्धता और अखंडता पर सवाल उठाया है और उन्होंने कई बार स्पष्ट रूप से स्पष्ट किया है कि उनकी और आप की नीति हमेशा आतंकवादियों के पक्ष में होती है और कभी भी आतंक के शिकार लोगों के पक्ष में नहीं होती।

कश्मीरी पंडितों के प्रवास के बारे में बात करते हुए, सूर्या ने कहा, नरसंहार पर पर्दा डालने का प्रयास सभ्यता पर अन्याय है, ऐतिहासिक तथ्यों को छिपाने का यह प्रयास शहरी नक्सलियों की समय-परीक्षणित (टाइम-टेस्टिड) रणनीति है। उन्होंने (केजरीवाल) खुले तौर पर टुकड़े-टुकडे गैंग को समर्थन प्रदान किया था, जिनके दिल में कभी भारत का हित नहीं रहा है। केजरीवाल के आधिकारिक आवास पर भाजयुमो के विरोध के बारे में बात करते हुए, सूर्या ने कहा, यह विरोध किसी विशेष फिल्म के पक्ष में या किसी विशेष फिल्म के खिलाफ बयान की प्रतिक्रिया में नहीं है। लेकिन यह केजरीवाल के कट्टरता और अमानवीय दिमाग के खिलाफ है, जो नरसंहार से इनकार करते हैं और कश्मीर में हुए हिंदू नरसंहार का मजाक उड़ाते हैं।

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के दावों के बारे में पूछे जाने पर कि भाजपा के गुंडों ने केजरीवाल की हत्या की कोशिश की, सूर्या ने कहा, यह केवल सिसोदिया की कल्पना का एक अनुमान है। लोकतांत्रिक रूप से चुने गए सांसदों को गुंडा कहना सिसोदिया की लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

उन्होंने आगे कहा, मैं बेंगलुरु से लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सांसद हूं और राजू बिस्ता दार्जिलिंग से चुने गए हैं। 20 लाख लोगों ने हमें संसद के लिए चुना है। हम एक समुदाय की हत्या पर हंसने के लिए संसद नहीं आए। हम संसद के जिम्मेदार सदस्य हैं। सिसोदिया की टिप्पणी अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक है। जब आप चुनाव का सामना करेंगे तो इस देश के युवा आपको बहुत मजबूत सबक सिखाएंगे।

सिसोदिया के बयान की निंदा करते हुए सूर्या ने उनसे अपना बयान वापस लेने का आग्रह किया। सूर्या ने सवाल पूछते हुए कहा, क्या आप (केजरीवाल और सिसोदिया) आतंकवादियों या आतंक के शिकार लोगों के पक्ष में हैं? उन्होंने कहा, आज देश जानता है कि आतंकवाद के अपराध को नकारना और इस पर पर्दा डालना खुद आतंक करने से ज्यादा आपराधिक है। आप और केजरीवाल बार-बार ऐसा कर रहे हैं। यह पहली बार नहीं है जब शहरी नक्सली सभ्यता की स्मृति से हिंदू के नरसंहार को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं।

(आईएएनएस)

Created On :   30 March 2022 3:01 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story