अनुचित, अभद्रता, अमर्यादित, असंवेदनशील शब्दों पर सदन ने लगाई लगाम, विपक्षी सांसद मोइत्रा और प्रियंका ने केंद्र की मोदी सरकार पर साधा निशाना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली, आनंद जोनवार। संसद ने कुछ अभद्र, असंवेदनशील,अनुचित शब्दों पर बैन लगा दिए है, जिन्हें सदन में चर्चा के दौरान अब नहीं बोला जा सकता। दरअसल सदन को नियम 381 के तहत ये अधिकार है कि वह अमर्यादित शब्दों को कार्यवाही से हटा सकती है, उन पर प्रतिबंध लगा सकती हैं। प्रतिबंधों शब्दों को मुख्य समाचार पत्रों में प्रमुखता से प्रकाशित किया गया है।
नियम 381 के तहत हटाये जाते है असंसदीय, अभद्र, असंवेदनशील शब्द @narendramodi @INCIndia @BJP4India @AnandAkash_BSP @ShivSena @samajwadiparty #Parliament #Assembly pic.twitter.com/SXYD8kLpFV
— KHABAR TODAY (@KHABARTODAY4) July 14, 2022
18 जुलाई से संसद का मानसून सत्र शुरु
18 जुलाई से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र से ठीक पहले लोकसभा सचिवालय ने असंसदीय शब्द, 2021 शीर्षक के तहत ऐसे शब्दों एवं वाक्यों का नया संकलन तैयार किया है, जिन्हें असंसदीय अभिव्यक्ति की श्रेणी में रखा गया है।
असंसदीय, अभद्र, असंवेदनशील, अमर्यादित शब्दों पर नियम 381 के मुताबिक होती है कार्यवाही
लोकसभा में कामकाज की प्रक्रिया एवं आचार के नियम 380 के अनुसार, अगर सदन स्पीकर को लगता है कि कार्यवाही के दौरान सदन में अपमानजनक या असंसदीय या अभद्र या असंवेदनशील शब्दों का इस्तेमाल किया गया है, तो सदन प्रमुख सदन की कार्यवाही से उन्हें हटाने का आदेश दे सकता हैं। वहीं, नियम 381 के अनुसार, सदन की कार्यवाही का जो हिस्सा हटाना होता है, उसे चिन्हित करने के बाद कार्यवाही में एक नोट इस तरह से डाला जाता है कि अध्यक्ष के आदेश के मुताबिक इसे हटाया गया।
सदन में बैन के साथ ही असंसदीय शब्दों में कुछ नए शब्दों को लेकर तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा और शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट कर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा हैं।
मोइत्रा ट्वीट
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने एक ट्वीट करते हुए लिखा है , "बैठ जाएं। बैठ जाइये। प्रेम से बोलिए। लोकसभा और राज्यसभा की नई असंसदीय शब्दों की सूची में संघी शब्द शामिल नहीं है। मूल रूप से सरकार ने विपक्ष द्वारा इस्तेमाल किए गए सभी शब्दों के इस्तेमाल को रोकने के लिए यह काम किया है। कैसे भाजपा भारत को नष्ट कर रही है और उन पर प्रतिबंध लगा रही है।"
You mean I can’t stand up in Lok Sabha talk of how Indians have been betrayed by an incompetent government who should be ashamed of their hypocrisy? https://t.co/LYznOtsHFe
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) July 13, 2022
Baith jaiye. Baith Jaiye. Prem se boliye.
New list of unparliamentary words for LS RS does not include Sanghi.
Basically govt taken all words used by opposition to describe how BJP destroying India banned them.
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) July 14, 2022
पुराने मीम से प्रियंका चतुर्वेदी ने मोदी पर साधा निशाना
पुराने मीम का जिक्र कर शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा हैं। सांसद चतुर्वेदी ने एक पुराने मीम को ट्वीट करते हुआ लिखा है कि अगर करें तो करें क्या, बोलें तो बोलें क्या? सिर्फ वाह मोदी जी वाह! यह मीम अब हकीकत सा लगता है!"
“अगर करें तो करें क्या, बोलें तो बोलें क्या?
सिर्फ़, वाह मोदी जी वाह !”
यह पॉप्युलर मीम अब सच्चाई होती नज़र आ रही है! pic.twitter.com/h5nqkVxe32
— Priyanka Chaturvedi
Created On :   14 July 2022 6:08 AM GMT