सरकार बनने पर कांग्रेस आरक्षण का प्रस्ताव पास करेगी : हार्दिक
डिजिटल डेस्क, अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, गुजरात की सियासत में हलचल बढ़ती जा रही है। पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने बुधवार को अहमदाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि उनके संगठन और कांग्रेस के बीच पाटीदार समाज को आरक्षण दिए जाने के फॉर्मूले पर सहमति बन गई है। कांग्रेस पाटीदारों को आरक्षण देने के लिए सर्वे कराएगी और सरकार बनने पर कांग्रेस प्रस्ताव पास करेगी। कांग्रेस सेक्शन 31 और सेक्शन 46 के प्रावधानों के तहत रिजर्वेशन देगी। हार्दिक ने साफ किया कि राज्य के विधानसभा चुनाव में वो कांग्रेस के साथ हैं और बीजेपी के खिलाफ। हालांकि वो कांग्रेस उम्मीदवारों के समर्थन की वकालत नहीं करेगी। हार्दिक ने कहा कि बीजेपी दो दशकों से अधिक समय से राज्य की सत्ता में है और उसके खिलाफ लड़ाई लड़नी जरूरी है। उन्होंने आगे कहा कि कभी भी उन्होंने कांग्रेस से सीटों की मांग नहीं की।
हमारे संयोजकों को खरीदने की कोशिश की गई,हमने हमेशा अन्याय के खिलाफ लड़ना सीखा है, ये हमारा संस्कार है कि अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठाओ
— Hardik Patel (@HardikPatel_) November 22, 2017
उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी ने 200 करोड़ खर्च कर निर्दलीय उम्मीदवारों को चुनाव में उतारा है। जो ठीक नहीं। हार्दिक ने कहा कि मैं किसी भी सौदेबाजी के खिलाफ हूं। बीजेपी ने गुजरात में विकास मॉडल का झूठा प्रचार किया है। गुजरात के गांवों में सिर्फ गरीबी और बेरोजगारी है। बकौल हार्दिक, उनके साथियों को बीजेपी 50-50 लाख रुपए तक का लालच दे रही है।
बीजेपी ने हार्दिक और कांग्रेस को कहा मूर्ख
हार्दिक के कांग्रेस के साथ आने के फैसले के बाद गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पटेल ने कहा कि एक मूर्ख ने दरख्वास्त दी, दूसरे ने मानी और दूसरों को मूर्ख बोलते हैं। हालांकि नितिन पटेल के इस बयान पर हार्दिक ने आपत्ति जताई और ट्वीट कर कहा कि "डिप्टी सीएम ने पाटीदार समुदाय को मूर्ख कहा, सुन लो भाजपा वालों आप गुजरात की जनता को मूर्ख मत समझो, यह गुजरात की जनता अब आपको जनता राज दिखाएगी।"
गुजरात के Dy.Cm ने पाटीदार समुदाय को मूर्ख कहा,सुन लो भाजपा वालों आप गुजरात की जनता को मूर्ख मत समझो,यह गुजरात की जनता अब आपको जनता राज दिखाएगी ।।
— Hardik Patel (@HardikPatel_) November 22, 2017
कभी हाथ काट लेंगे कहते हैं,कभी मूर्ख कहते हैं।गुजरात सिर्फ़ भाजपा का नहीं हैं।जनता को जो ठीक लगेगा वही होगा,हम पर जोहुक्मी नहीं चलेगी ।।
— Hardik Patel (@HardikPatel_) November 22, 2017
मंगलवार को दिया था ये बयान
गौरतलब है कि मंगलवार को हार्दिक ने दावा किया था कि उनके संगठन ने कभी सीट की मांग नहीं की। हार्दिक ने कहा कि "भाजपा और कांग्रेस एक जैसी हैं।" हार्दिक ने आगे कहा कि वो महज तीन या चार टिकटों के लिए पाटीदार समुदाय के शहीदों के बलिदानों को नहीं भूलेंगे। बता दें कि इससे पहले मंगलवार को होने वाले प्रेस कॉन्फ्रेंस को हार्दिक पटेल ने रद्द कर दिया था। बताया जा रहा है कि इस कॉन्फ्रेंस में वो कांग्रेस को समर्थन का ऐलान करने वाले थे।
पिछले दिनों ही हार्दिक ने कहा था कि वो 18 नवंबर को गांधीनगर में रैली करेंगे क्योंकि कांग्रेस के साथ समझौता हो गया है लेकिन बाद में रैली को रद्द कर, 20 नवंबर को राजकोट में रैली करने का फैसला लिया। जिसे भी अब रद्द कर दिया है।
दरअसल कांग्रेस ने रविवार को गुजरात चुनाव की पहली सूची जारी की थी। जिसमें कांग्रेस ने PAAS के दो सदस्यों ललित वसोया और अमित ठुम्मर को जगह दी गई थी। जबकि हार्दिक पटेल ने कांग्रेस से 20 सीटों की मांग की थी। इस पूरी घटना से नाराज PAAS ने अपने दोनों सदस्यों को आदेश दिया था कि वे विरोध स्वरूप अपना नामांकन पत्र दायर नहीं करें। हालांकि, ललित वसोया ने कांग्रेस के टिकट पर धारोजी सीट से अपना नामांकन पत्र दायर कर दिया है।
सीट को लेकर घमासान
गुजरात में रविवार को पाटीदार और कांग्रेस के बीच समर्थन को लेकर सहमति बनी थी। लेकिन समर्थन की यह खुशियां पूरे एक दिन भी नहीं चल पाई। बता दें कि उसी रात पाटीदार PAAS के सदस्यों ने पहली चुनाव लिस्ट जारी होने के बाद कांग्रेस के सूरत के दफ्तर पर हमला कर दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने PAAS के दो सदस्यों के नेताओं के नाम बिना सहमति के लिस्ट में शामिल कर लिए हैं।
Created On :   22 Nov 2017 8:48 AM IST