गोवा के गर्वनर ने सरकारी कर्मचारियों से किया आग्रह
डिजिटल डेस्क, पणजी। गोवा के राज्यपाल पी.एस. श्रीधरन पिल्लई ने बुधवार को सरकारी कर्मचारियोंसे आत्मनिरीक्षण करने और उनकी चेतना की जांच करने का आग्रह किया, ताकि यह जांचा जा सके कि उनके हाथ भ्रष्टाचार से मुक्त हैं या नहीं।
पिल्लई ने गोवा में अपने गणतंत्र दिवस के संबोधन में कहा, जहां तक सरकारी कर्मचारियों और नौकरशाहों का सवाल है, यह एक आत्मनिरीक्षण दिवस है। किसी देश की संप्रभुता से आपका क्या मतलब है? गणतंत्र से आपका क्या मतलब है? ऐसे क्षेत्रों में सक्रिय सभी सरकारी कर्मचारियों और संबंधित व्यक्तियों को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि क्या हमारी चेतना, ऐसी स्थिति का मूल्यांकन करना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा, मैं हम सभी से आत्मनिरीक्षण करने के लिए कहूंगा कि क्या हम जनता को समर्पित कर रहे हैं। क्या हमारे हाथ भ्रष्टाचार और अन्य सभी चीजों से मुक्त हैं और इस राज्य में एक संकल्प लें कि क्या हम अधिक से अधिक लोगों की सेवा करेंगे। पिल्लई ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 44 को अधिकतम महत्व देने के लिए राज्य की सराहना की, जिसमें कहा गया है कि राज्य भारत के पूरे क्षेत्र में नागरिकों के लिए एक समान नागरिक संहिता को सुरक्षित करने का प्रयास करेगा। पिल्लई ने कहा, आज, मैं बहुत खुश हूं कि मैं गोवा में हूं।
गोवा एक ऐसा राज्य है, जो इसे सबसे अधिक महत्व दे रहा है और इसलिए संविधान के अनुच्छेद 44 को निदेशक सिद्धांतों के तहत केवल गोवा में लागू किया गया है और मैं गर्व से कह सकता हूं कि यह एक मृत पत्र नहीं है और इसे गोवा में समाज के सभी वर्गों द्वारा शामिल किया गया है।
(आईएएनएस)
Created On :   26 Jan 2022 8:31 AM GMT