Delhi Election: ‘शाहीन बाग’ के सहारे पार लगेगी भाजपा चुनावी नैया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली का चुनावी पारा चढ़ने लगा है। वैसे तो चुनावी समर में आम आदमी पार्टी (आप), भाजपा और कांग्रेस तीन प्रमुख पार्टियां हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला आप और भाजपा के बीच होता दिख रहा है। आप संयाेजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जहां अपने काम के बल पर फिर से जीत का दावा कर रहे हैं तो वहीं भाजपा को ‘शाहीन बाग’ से काफी उम्मीदें हैं। दिल्ली के चुनावी रण में भाजपा और आप के नेता खूब पसीने बहा रहे हैं तो कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता अभी सुस्ता रहे हैं। भाजपा की ओर से न केवल राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा लगातार चुनावी सभाएं कर रहे हैं, बल्कि केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी चुनावी माेर्चे पर डट गए हैं।
दरअसल भाजपा ने दिल्ली चुनाव को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ लिया है। लिहाजा शीर्ष नेतृत्व की कोशिश येन-केन-प्रकारेण दिल्ली में अपनी सरकार बनाने की है। चूंकि आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार बचाव की मुद्रा में है। ऐसे में पार्टी ने दिल्ली के शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ चल रहे आंदोलन को अहम चुनावी मुद्दा बनाने की रणनीति बनाई है। केजरीवाल चाहे लाख विकास की बात करें, परंतु भाजपा के नेता शाहीन बाग से मतों का ध्रुवीकरण कराने में जुट गए हैं।
भाजपा ने ‘शाहीन बाग में कौन किधर’ अभियान शुरू किया हे। इस अभियान के तहत भाजपा के नेता आप और कांग्रेस के नेताओं से पूछेंगे कि आप शाहीन बाग के समर्थन में हैं या फिर विरोध में। अमित शाह शाहीन बाग पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को लगातार घेर रहे हैं।
दिल्ली फतह की कोशिश में जुटी भाजपा ने अपने 150 से ज्यादा सांसदों को चुनाव प्रचार में उतारने की योजना बनाई है। इसके तहत दिल्ली की प्रत्येक विधान सभा सीट पर सांसदों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी जाएगी। पार्टी फरवरी की शुरूआत में डोर-टू-डोर अभियान भी चलाने वाली है। भाजपा के एक नेता ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दिल्ली में संभवत: तीन सभाओं को संबोधित करेंगे। पार्टी को उम्मीद है कि मोदी के मैंदान में उतरने के बाद माहौल पार्टी के पक्ष में बनेगा।
Created On :   28 Jan 2020 12:48 AM IST