मेकेदातु पदयात्रा के कारण कोविड के मामले बढ़े

covid cases increased due to Mekedatu padyatra
मेकेदातु पदयात्रा के कारण कोविड के मामले बढ़े
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री मेकेदातु पदयात्रा के कारण कोविड के मामले बढ़े

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। मेकेदातु परियोजना को तेजी से लागू करने की कांग्रेस की पदयात्रा के कारण राज्य में कोविड के मामलों में वृद्धि हुई है और इसके लिए पार्टी जिम्मेदार है। स्वास्थ्य और शिक्षा मंत्री के. सुधाकर ने यह आरोप लगाया है। गुरुवार को विकास सौध में मीडिया से बात करते हुए सुधाकर ने कहा कि भाजपा सरकार ने अराजकता की कोई गुंजाइश दिए बिना स्थिति को परिपक्वता के साथ संभाला। उन्होंने नागरिकों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के हित में पदयात्रा रद्द करने के लिए कांग्रेस की भी सराहना की।

उन्होंने कहा, कई हजारों निर्दोष लोगों ने पदयात्रा में भाग लिया है। हमें अभी यह देखना बाकी है कि यह कैसे कोविड को फैलाएगा। सरकार ने पदयात्रा को क्रूर बल से नहीं रोका, लेकिन हमने उन्हें समझाने की कोशिश की। केपीसीसी अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार बहुत अशोभनीय हैं और उन्होंने कोविड योद्धाओं के मनोबल को ठेस पहुंचाई है। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्होंने शीर्ष अधिकारियों के साथ-साथ फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को भी चोट पहुंचाई है।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को सिंचाई के मुद्दों की बहुत गहरी समझ और ज्ञान है और वे इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हैं कि राज्य को लाभ पहुंचाने के लिए क्या किया जाना चाहिए। ऐसे अंतर्राज्यीय जल मुद्दों में विपक्ष को सरकार से हाथ मिलाना चाहिए। उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने चुनाव के बावजूद सभी राजनीतिक रैलियों को रद्द कर दिया है। सुधाकर ने कहा कि कर्नाटक कांग्रेस को भी पदयात्रा स्थगित करनी चाहिए थी।

सरकार ने प्राथमिकी दर्ज की है और उन सभी लोगों को नोटिस जारी किया है, जिन्होंने कोविड के मानदंडों का उल्लंघन किया है। उन्होंने कहा कि सीएम बोम्मई ने बिना किसी हिंसा की गुंजाइश दिए स्थिति को बेहद संवेदनशील तरीके से संभाला है। मेकेदातु एक अंतर-राज्यीय मुद्दा है और तमिलनाडु ने सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। सुधाकर ने कहा कि सत्तारूढ़ द्रमुक यूपीए गठबंधन की सहयोगी है और अगर कांग्रेस आलाकमान को वास्तव में कर्नाटक की चिंता है, तो वह मामले को वापस लेने के लिए तमिलनाडु के सीएम से चर्चा कर सकती थी।

मंत्री ने बताया, 28 दिसंबर, 2021 को, राज्य में 356 मामले थे, जिनमें 269 बेंगलुरु में थे। 5 जनवरी को हमारे पास बेंगलुरु में 3,605 और राज्य के बाकी हिस्सों में 641 मामले थे। 11 जनवरी को, हमारे पास अकेले बेंगलुरु में 10,800 मामले थे और राज्य के बाकी हिस्सों में 3,673 मामले थे। इसलिए 28 दिसंबर से 11 जनवरी के बीच, 15 दिनों में, बेंगलुरु शहरी जिले में 32.64 प्रतिशत, बीबीएमपी में 32.65 प्रतिशत और राज्य में 36.44 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

जहां पहली लहर में दोहरीकरण का समय 10-12 दिन था, वहीं दूसरी लहर के दौरान यह 8 दिन था। लेकिन तीसरी लहर में मामले हर 2 या 2.5 दिन में दोगुने हो रहे हैं। इसलिए सभी के लिए टीके की दोनों खुराक लेना जरूरी है। 1-11 जनवरी के बीच, 62,641 सक्रिय मामले थे और लगभग 6 अस्पताल में हैं, 1 प्रतिशत कोविड देखभाल केंद्रों में और बाकी 93 प्रतिशत घरेलू आइसोलेशन में हैं।

हमने प्रतिदिन कम से कम 2 लाख टेस्ट का लक्ष्य रखा है और हम इसे और बढ़ाएंगे। बेंगलुरु में लगभग 1 लाख टेस्ट किए जा रहे हैं। राज्य में लगभग 265 प्रयोगशालाएं चालू हैं और 9 जीनोमिक प्रयोगशालाएं हैं, 5 राज्य हैं और 4 केंद्र सरकार की प्रयोगशालाएं हैं। हमारे पास एक बैच में 1,875 नमूनों को सीक्वेंसिंग करने की क्षमता है।

दूसरी लहर के बाद कुल 243 करोड़ रुपये की लागत से हमने 147 तालुक अस्पतालों में अतिरिक्त 6,386 ऑक्सीजन बेड और 2,928 आईसीयू बेड स्थापित किए हैं। 25 करोड़ रुपये की लागत से 19 जिला अस्पतालों में 665 ऑक्सीजन बेड और 263 आईसीयू बेड जोड़े गए हैं। कर्नाटक को आवंटित 266 ऑक्सीजन प्लांट में से 217 चालू हैं। उन्होंने विस्तार से बताया कि 3,460 वेंटिलेटर और 8,100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध हैं।

(आईएएनएस)

Created On :   13 Jan 2022 10:30 PM IST

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