उपभोक्ता सशक्तिकरण विकसित भारत की सर्वोपरि विशेषता होगी: पीयूष गोयल

Consumer empowerment will be the paramount feature of a developed India: Piyush Goyal
उपभोक्ता सशक्तिकरण विकसित भारत की सर्वोपरि विशेषता होगी: पीयूष गोयल
राजनीति उपभोक्ता सशक्तिकरण विकसित भारत की सर्वोपरि विशेषता होगी: पीयूष गोयल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को इस बात पर जोर दिया कि उपभोक्ता सशक्तिकरण विकसित भारत की सर्वोपरि विशेषता होगी और उन्होंने उपभोक्ताओं को सभी पहलों के केंद्र में रखने का आह्वान किया।

मंत्री शनिवार को राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मंत्री ने विभिन्न पहल शुरू करने और उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए उपभोक्ता मामले विभाग की सराहना की।

उन्होंने देश भर में उपभोक्ता आयोगों द्वारा मामलों के त्वरित निपटान पर केंद्रित प्रयास के लिए भी सराहना की, यह देखते हुए कि हेल्पलाइन पर शिकायतों के लिए आने वाले लोग बड़े पैमाने पर छोटी कंपनियों से आते हैं, जो तकनीकी ज्ञान से रहित हैं और सहायता नहीं कर सकते, जैसा कि उन्होंने मामलों के शीघ्र निपटान की आवश्यकता की पुष्टि की। उपभोक्ता आयोगों में मामलों के प्रभावी निस्तारण विषय का उल्लेख करते हुए मंत्री ने कहा कि यह सरकार के ²ष्टिकोण के अनुरूप है, जो न केवल शिकायत करने वाले उपभोक्ताओं के लिए, बल्कि बड़े पैमाने पर राष्ट्र के लिए त्वरित न्याय सुनिश्चित करने पर आधारित है।

गोयल ने इस बात पर प्रकाश डाला कि उपभोक्ता मामलों के विभाग द्वारा की गई पहल तीन महत्वपूर्ण विषयों के साथ प्रतिध्वनित होती हैं जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभिव्यक्त किया है- अभिसरण, क्षमता निर्माण और जलवायु परिवर्तन। मंत्री ने व्यवसायों के साथ-साथ आम नागरिकों के लिए अनुपालन बोझ को आसान बनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में, 1,500 से अधिक अनावश्यक कानूनों को कानून से हटा दिया गया है, लगभग 39,000 अनुपालनों को सरल बनाया गया है और कई छोटे अपराधों को कम कर दिया गया है।

उन्होंने यह भी कहा कि सरकार गुरुवार को एक व्यापक विधेयक, जन विश्वास (प्रावधानों का संशोधन) विधेयक 2022 लेकर आई, ताकि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और ईज ऑफ लिविंग के लिए मामूली अपराधों को अपराध की श्रेणी से बाहर किया जा सके। इस विधेयक द्वारा 19 मंत्रालयों से संबंधित विभिन्न कानूनों में 100 से अधिक प्रावधानों को गैर-अपराधीकृतकरने की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि यह सरकार की भावना में अभिसरण में काम करने के लिए सरकार के ²ष्टिकोण के अनुरूप है।

क्षमता निर्माण पर, गोयल ने मिशन कर्मयोगी को लोगों को बेहतर सेवा देने के लिए फिर से प्रशिक्षित करने को अनूठी पहल बताया। मंत्री ने जोर देकर कहा कि 3 टी - प्रौद्योगिकी, प्रशिक्षण और पारदर्शिता हमें अधिक उपभोक्ता जागरूकता और हमारे उपभोक्ताओं के लिए अधिक सेवा की ओर ले जाएगी।

जॉन एफ. कैनेडी का जिक्र करते हुए, गोयल ने कहा, यदि उपभोक्ता को घटिया उत्पादों की पेशकश की जाती है, यदि उपभोक्ता सूचित आधार पर चयन करने में असमर्थ है, तो उसका पैसा बर्बाद होता है और राष्ट्रीय हित प्रभावित होता है।

 (आईएएनएस)।

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Created On :   24 Dec 2022 6:30 PM IST

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