सचिन पायलट के कदमों पर दिल्ली में कांग्रेस की पैनी नजर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सचिन पायलट द्वारा अपनी युवा और किसान रैली में अकेले जाने का फैसला करने के बाद से कांग्रेस उनके कदमों पर करीब से नजर रख रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ उनके मतभेद अभी भी कम नहीं हुए हैं। राज्य में नेतृत्व के मुद्दे पर दोनों के बीच जारी तनाव कांग्रेस के लिए चिंता का बड़ा कारण है। राहुल गांधी ने गहलोत और पायलट दोनों को पार्टी की संपत्ति कहा था।
कांग्रेस नेतृत्व ने पायलट के पार्टी के खिलाफ जाने की अटकलों को खारिज किया है, लेकिन पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा है कि पार्टी अध्यक्ष राजस्थान मुद्दे पर काम कर रहे हैं और कुछ समाधान निकाला जाएगा, हालांकि उन्होंने इसका ब्योरा नहीं दिया।
कांग्रेस ने हाल ही में राजस्थान में अजय माकन की जगह एक नया प्रभारी बनाया है ताकि इस मुद्दे को फिलहाल के लिए शांत किया जा सके। लेकिन, सूत्रों ने कहा कि पायलट ने दबाने के लिए भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पंजाब में राहुल गांधी से मुलाकात की है।
पार्टी आलाकमान ने नेतृत्व के मुद्दे पर कोई फैसला नहीं किया है। गहलोत-पायलट के मुद्दे को हल करने के लिए कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व द्वारा आज तक कोई स्पष्टता नहीं दी गई है, सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस इस समय किसी भी खेमे को नाराज नहीं करना चाहती है। हालांकि, किसी ने भी इस बात की पुष्टि नहीं की है कि गहलोत इस साल के अंत में राज्य में होने वाले चुनावों तक सीएम के रूप में रहेंगे, या अगर चुनाव से पहले पायलट को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा।
कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि पार्टी परिस्थितियों का अध्ययन कर रही है और उसी के अनुसार फैसला लिया जाएगा। पायलट 16 जनवरी से राजस्थान के नागौर, हनुमानगढ़, झुंझुनू और पाली में रैलियां करेंगे और 20 जनवरी को जयपुर में युवा सम्मेलन करेंगे।
(आईएएनएस)
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Created On :   15 Jan 2023 1:30 PM IST