ब्राह्मणों पर अपमानजनक बयान के लिए सिद्दारमैया के सहयोगी के खिलाफ शिकायत दर्ज
- मोदी को बताया आरएसएस और बीजेपी तक सीमित
डिजिटल डेस्क, मैसूर। मैसूर में ब्राह्मण संघ ने ब्राह्मणों पर अपमानजनक बयान देने के लिए विपक्ष के नेता सिद्दारमैया के करीबी सहयोगी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
कुवेम्पुनगर पुलिस थाने में दर्ज शिकायत में आरोप लगाया गया है कि आरोपी पा मल्लेश ने ब्राह्मणवाद, वेद और उपनिषदों पर आपत्तिजनक बयान दिया था।
शिकायतकर्ता ने पुलिस पर आईपीसी की धारा 153 (ए) (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 295 (धर्म या किसी वर्ग का अपमान करना), 295 (ए) (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्यों, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना) के तहत एफआईआर दर्ज करने का दबाव डाला है।
रविवार को मैसूरु में सिद्धारमैया 75 पुस्तक का विमोचन करते हुए मल्लेश ने कहा था कि किसी भी परिस्थिति में लोगों को ब्राह्मणों और ब्राह्मणवाद पर भरोसा नहीं करना चाहिए, यह कहते हुए कि वेद और उपनिषदों ने इस देश को नष्ट कर दिया है। उन्होंने कहा, लोगों को बुद्ध का अनुसरण करना चाहिए, हम सभी के पास बुद्ध हैं।
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि आरक्षण की अधिकतम सीमा को 50 फीसदी से बढ़ाकर 60 फीसदी करने के पीछे ब्राह्मणों का हाथ है। उन्होंने कहा, पहले ब्राह्मणों ने मठ बनाए, बाद में लिंगायतों ने इसका पालन किया। 20 साल पहले वोक्कालिगा ने उनके लिए एक मठ का निर्माण किया। अब, सभी समुदायों में मठ हैं। कई स्वामीजी हैं और सभी आरक्षण के लिए दबाव डाल रहे हैं।
मल्लेश ने यह भी घोषणा की कि सिद्दारमैया सत्ता में वापस आएंगे, लेकिन उन्होंने कहा, हम चुपचाप नहीं बैठ सकते हैं, उन पर सारी जिम्मेदारियां डाल रहे हैं। प्रधानमंत्री सभी के लिए हैं। लेकिन, आज के प्रधानमंत्री ने खुद को आरएसएस और बीजेपी तक सीमित कर लिया है। इस संबंध में हमारी क्या प्रतिक्रिया है? युवा क्या कर रहे हैं? ऐसा अन्याय कैसे हो सकता है? रविवार के कार्यक्रम में शामिल होने वाले सिद्धारमैया ने बयानों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
आईएएनएस
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Created On :   18 Nov 2022 8:00 AM GMT