सीबीआई ने विवेकानंद हत्याकांड में कडपा सांसद से 8 घंटे तक पूछताछ की

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राजनीति सीबीआई ने विवेकानंद हत्याकांड में कडपा सांसद से 8 घंटे तक पूछताछ की

डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। सीबीआई ने बुधवार को पूर्व मंत्री वाईएस विवेकानंद रेड्डी की हत्या के मामले में कडपा के सांसद वाईएस अविनाश रेड्डी से करीब आठ घंटे तक पूछताछ की। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस जमगन मोहन रेड्डी के कजिन (चचेरे भाई) अविनाश रेड्डी शाम को हैदराबाद में सीबीआई क्षेत्रीय कार्यालय से निकले। सीबीआई ने उनसे गुरुवार को दोबारा पेश होने के लिए कहा है। तेलंगाना हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार, सांसद को 25 अप्रैल तक हर दिन सीबीआई के समक्ष पेश होना है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह 5वीं बार था जब वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सांसद सीबीआई के सामने पेश हुए है।

तेलंगाना हाईकोर्ट ने मंगलवार को सीबीआई को अविनाश रेड्डी को 25 अप्रैल तक गिरफ्तार नहीं करने का आदेश दिया था। अदालत ने सांसद की अग्रिम जमानत याचिका पर अपने अंतरिम आदेश में उन्हें 25 अप्रैल तक रोजाना सीबीआई के समक्ष पेश होने का निर्देश दिया था। सीबीआई ने 17 अप्रैल को अविनाश रेड्डी को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन एजेंसी ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई के कारण पूछताछ को दो बार टाल दिया था। अग्रिम जमानत याचिका पर अंतिम आदेश 25 अप्रैल को सुनाया जाएगा। इस बीच सीबीआई ने अविनाश रेड्डी के पिता वाईएस भास्कर रेड्डी और एक अन्य आरोपी उदय कुमार रेड्डी से भी साढ़े 5 घंटे तक पूछताछ की।

सीबीआई अदालत द्वारा भास्कर रेड्डी और उदय कुमार रेड्डी को सीबीआई हिरासत में भेजे जाने के एक दिन बाद, केंद्रीय एजेंसी ने चंचलगुडा सेंट्रल जेल से उनकी हिरासत ले ली। सीबीआई उस्मानिया जनरल अस्पताल में मेडिकल जांच के बाद उन्हें अपने कार्यालय ले आई। रिपोर्ट के अनुसार, सीबीआई ने भास्कर रेड्डी को 16 अप्रैल, जबकि उनके फॉलोअर उदय कुमार रेड्डी को 14 अप्रैल को आंध्र प्रदेश के कडपा जिले के पुलिवेंदुला कस्बे से गिरफ्तार किया था। इसके बाद दोनों को हैदराबाद लाया गया जहां से एक अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

यह तुरंत स्पष्ट नहीं था कि भास्कर रेड्डी और उदय कुमार रेड्डी की उपस्थिति में अविनाश रेड्डी से पूछताछ की गई थी या नहीं। माना जाता है कि सीबीआई के अधिकारियों ने विवेकानंद रेड्डी की हत्या के कारणों पर उनसे पूछताछ की थी। कथित तौर पर उनसे पूछा गया कि उन्होंने यह क्यों प्रचारित किया कि उनकी मृत्यु कार्डियक अरेस्ट से हुई। विवेकानंद रेड्डी की चुनाव से कुछ दिन पहले 15 मार्च 2019 को पुलिवेंदुला स्थित उनके आवास पर हत्या कर दी गई थी। राज्य के 68 वर्षीय पूर्व मंत्री और पूर्व सांसद अपने घर पर अकेले थे, तभी अज्ञात लोगों ने उनके घर में घुसकर उनकी हत्या कर दी।

सीबीआई ने विवेकानंद रेड्डी की बेटी सुनीता रेड्डी की एक याचिका पर सुनवाई करते हुए आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के निर्देश पर 2020 में मामले की जांच अपने हाथ में ली, जिसने कुछ रिश्तेदारों पर संदेह जताया था। सुनीता रेड्डी द्वारा आंध्र प्रदेश में निष्पक्ष सुनवाई और जांच पर संदेह जताए जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल नवंबर में इस मामले को हैदराबाद स्थानांतरित कर दिया था।

(आईएएनएस)

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Created On :   19 April 2023 8:30 PM IST

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