कांग्रेस और भाजपा एक-दूसरे पर लगा रही आरोप

After the lapse in PM security, there was a mistake in the security of the former CM
कांग्रेस और भाजपा एक-दूसरे पर लगा रही आरोप
पीएम की सुरक्षा में चूक कांग्रेस और भाजपा एक-दूसरे पर लगा रही आरोप
हाईलाइट
  • सुरक्षा चूक पर सियासी नोकझोंक

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा के बीच जमकर नोकझोंक हुई, जिसके कारण फिरोजपुर में बुधवार को उनका प्रस्तावित कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था।

जहां भाजपा ने इसके लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया, वहीं कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा है कि रैली रद्द होने से भाजपा निराश है। भाजपा पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा, मैं रद्द रैली से भाजपा की हताशा को समझ सकता हूं। लेकिन विरोध करने वाले किसानों को आतंकवादी कहकर और यह मानकर उन्हें बदनाम क्यों किया जाता है कि वे प्रधानमंत्री के काफिले पर हमला करेंगे?

दूसरी ओर, भाजपा ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पाकिस्तान, खालिस्तानियों और कांग्रेस की साजिश को विफल कर चुके हैं। पार्टी ने कहा है कि प्रधानमंत्री ने देश को दंगों की आग में धकेलने के कांग्रेस के खेल का पर्दाफाश किया है।

बुधवार की रात, भाजपा ने ट्विटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमले के कालक्रम को समझें, शीर्षक वाला एक वीडियो साझा किया। दो मिनट से अधिक लंबे वीडियो की शुरूआत यह पूछने से होती है कि मोदी पर हमला करने की योजना किसकी थी। वीडियो में सवाल किया गया है कि क्या यह पाकिस्तान की योजना थी? क्या यह खालिस्तानियों की योजना थी? पूरी योजना का समर्थन कौन कर रहा है? क्या कांग्रेस पूरी योजना का समर्थन कर रही है?

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने गुरुवार को याद दिलाया कि भाजपा किसानों से किए गए वादों को पूरा नहीं कर रही है। उन्होंने पूछा, क्या आप जानते हैं कि केएमएससी और किसान पीएम मोदी का विरोध क्यों कर रहे हैं? उनकी मांगें हैं: केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करें, हरियाणा, दिल्ली और यूपी में किसानों के खिलाफ आपराधिक मामले वापस लें, मरने वाले 700 किसानों के परिजनों के लिए मुआवजा दिया जाए और एमएसपी पर समिति और एक त्वरित निर्णय लिया जाए।

उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के बाद मोदी सरकार ने इन वादों को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया।  आखिरकार, रैली रद्द करने का कारण यह है कि मोदी जी को सुनने के लिए भीड़ नहीं थी। भाजपा के किसान विरोधी रवैये पर दोषारोपण बंद करो और आत्मनिरीक्षण करो। रैलियां करो, लेकिन पहले किसानों की सुनो!

 

(आईएएनएस)

Created On :   6 Jan 2022 4:01 PM IST

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