मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023: गौ माता और हर वर्ग के गरीब लोगों का रखा जाएगा ख्याल, कांग्रेस नेता ने राहुल गांधी को बताया अंबेडकर विचारधारा वाला मसीहा
- कांग्रेस ने घोषित किया अपना उम्मीदवार
- भांडेर में बीजेपी को मिल सकती है कड़ी चुनौती
- बीजेपी प्रत्याशी का इंतजार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्यप्रदेश के दतिया जिले की भांडेर विधानसभा सीट 2020 के उपचुनाव में सबसे अधिक चर्चा में रही। 2018 में ये सीट कांग्रेस के हाथ लगी थी, लेकिन 15 महीने बाद सिंधिया गुट के साथ दर्जनभर से अधिक विधायकों ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था। जिसके चलते यहां उपचुनाव हुआ और उपचुनाव में मामूली मतों के अतंर से बीजेपी प्रत्याशी ने यहां से जीत दर्ज की थी, लेकिन उपचुनाव में कड़ा मुकाबला देखने को मिला था।
वैसे आपको बता दें दतिया जिले की तीन विधानसभाओं में शामिल भांडेर विधानसभा खनिज संपदा से भरपूर है। 15 महीने की कमलनाथ सरकार को छोड़ दिया जाए तो 20 सालों से यहां बीजेपी का कब्जा है। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित भांडेर विधानसभा सीट पर जिस तरह का विकास होना चाहिए था, उस तरह से विकास नहीं हुआ। आज भी इलाका विकास का मुंह ताक रहा है। विकास के नाम पर भांडेर आज भी पिछड़ा हुआ महसूस कर रहा है। यहां की प्रमुख समस्या अवैध खनन, बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के चलते परिवार के परिवार का पलायन होना है। यहां के युवा रोजगार के चलते बड़े बड़े शहरों में चले जाते है। जहां उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। क्षेत्र में धड़ल्ले से रेत, पत्थर का अवैध उत्खनन किया जा रहा है।
बीजेपी की ओर से उम्मीदवरों की चार सूची जारी कर दी गई है, लेकिन अब तक भाजपा ने भांडेर में प्रत्याशी की घोषणा नहीं की, जबकि कांग्रेस ने अपनी पहली सूची में प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। कांग्रेस की ओर से उपचुनाव में टक्कर देने वाले चेहरे को ही मौका दिया है। यहां से कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता फूल सिंह बरैया को चुनावी मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने आज मंगलवार 17 अक्टूबर को अपना मेनिफेस्टो भी जारी कर दिया है। इसे देखते हुए भास्कर हिंदी संवाददाता ने भांडेर प्रत्याशी फूल सिंह बरैया से बात की। बरैया ने अपनी बातचीत में बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने गरीब, वंचित पीड़ितों का हक छींना है। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी के इतिहास में राहुल गांधी एक मसीहा है जो अंबेडकर की विचारधारा पर चलकर जिसकी जितनी संख्या उसकी उतनी हिस्सेदारी और भागीदारी की बात कर रहे है।
उन्होंने आगे बताया कि आज सैकड़ों गौ माताएं सड़कों पर हादसा का शिकार हो रही जिसमें कई गौ माताओं की मौत तक जाती है, इसके लिए उन्होंने बीजेपी सरकार पर गौ शालाएं बंद करने का आरोप लगाया। बरैया ने अपनी बातचीत में आगे कहा कि 2018 में प्रदेश में कमलनाथ सरकार ने गौ शालाएं बनाई, जिन्हें बीजेपी सरकार ने बंद कर दिया। उन्होंने आगे कहा कि एक तरह से प्रदेश सरकार ने गौ माताओं के घरों को तबाह कर दिया। जिसकी वजह से गाय सड़क पर आ रही है और हादसा का शिकार हो रही है। गौ शालाओं के खत्म होने से ही किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है, उनकी फसल चौपट हो रही है।
भास्कर हिंदी ने उनसे उन चुनावी मुद्दों को लेकर चर्चा की जिन्हें लेकर वे चुनावी प्रचार के दौरान जनता के बीच जाएंगे। इसके जवाब में उन्होंने बताया कि आज शिक्षा, सड़क, स्वास्थ्य, साफ सफाई की सुविधाएं बेहद खराब है। मेरे क्षेत्र में शैक्षणिक संस्थाएं नहीं है, जो संस्थाएं है उनमें पढ़ाने के लिए टीचर नहीं है। पढ़ने के लिए स्थानीय बच्चों युवाओं को दूर दूर तक जाना पड़ता है। यहीं हाल स्वास्थ्य सुविधाओं का है, स्वास्थ्य के नाम पर लोगों के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है। गर्भवती महिलाओं को प्राथमिक स्तर पर उपचार नहीं मिल पाता है, रैफर किया जाता है, रैफर के दौरान कई महिलाओं की मौत तक हो जाती है। साफ सफाई को लेकर बरैया ने राज्य सरकार पर सिर्फ नारे लगाने का आरोप लगाया । बरैया ने आगे बेरोजगार युवकों के लिए रोजगार उपलब्ध कराने की बात कही।
Created On :   17 Oct 2023 2:10 PM GMT