चौधरी चरण सिंह विवि: मेरठ में एक पेपर के सवाल में आरएसएस को नक्सलियों और आतंकी संगठनों के साथ जोड़ा गया

- विवाद बढ़ने पर प्रशासन ने लिया एक्शन
- पेपर बनाने वाली प्रोफेसर ने मांगी माफी
- एबीवीपी ने किया विरोध, सोशल मीडिया पर मचा बवाल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मेरठ की चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में पेपर में सवाल को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। सवालों को लेकर सोशल मीडिया पर कड़ा विरोध हो रहा है। आपको बता दें एमए पॉलिटिकल साइंस के सेकेंड सेमेस्टर परीक्षा के एक प्रश्नपत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को नक्सलियों और आतंकी संगठनों के साथ जोड़ दिया गया है। इसे लेकर चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी सुर्खियों में है।
एबीवीपी ने जताई आपत्ति
पेपर में पूछे गए प्रश्न पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े छात्रों ने कड़ी आपत्ति जताई ,विरोध किया और नारे भी लगाए। बाद में विश्वविद्यालय की फैकल्टी और प्रशासनिक अधिकारियों से बात हुई।
सवाल और उसके उत्तर में क्या ?
आपको बता दें पेपर में पूछा गया था कि निम्न में से किसे परमाणु समूह नहीं माना जाता है? इसके जवाब में चार विकल्प दिए गए थे- नक्सली समूह, जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट, दल खालसा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ। पेपर में आरएसएस के शामिल होने को लेकर सवाल उठाने लगे कि एक राष्ट्रवादी संगठन को आतंकी या उग्रवादी संगठनों के साथ क्यों रखा गया।
एक्शन में विवि प्रशासन
बढ़ते विवाद को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन तुरंत एक्शन मोड़ में आया और पेपर तैयार करने वाली प्राध्यापक सीमा पंवार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की। उन्हें तुरंत परीक्षा और मूल्यांकन कार्य से तत्काल प्रभाव से हटाया गया। विवि के कुलसचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि राजनीति विज्ञान की प्रोफेसर ने अपनी गलती मान ली है और लिखित में माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि अगर उनके सवाल से किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची है या आहत हुईं, तो वह इसके लिए माफी मांगती हैं। हालांकि सीमा पंवार ने कहा उन्होंने सिलेबस के मुताबिक ही पेपर बनाया था। इसके अलावा रजिस्ट्रार ने भी भरोसा दिलाया कि भविष्य में ऐसी गलती रिपीट नहीं होगी। और आगामी समय में सवालों को तैयार कराने में पूरी सावधानी बरती जाएगी।
Created On :   5 April 2025 1:24 PM IST