अमेरिकी डिपोर्टेशन मामला: संसद के बाहर विपक्षी नेताओं ने हथकड़ियां और बेड़ियां पहनकर क्यों किया विरोध प्रदर्शन, ट्रंप-मोदी की दोस्ती पर कसा तंज
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- देश में गरमाया अमेरिकी डिपोर्टेशन मामला
- अमेरिकी का अवैध भारतीयों को भेजकर बवाल
- विपक्षी सांसदों ने संसद के बाहर किया विरोध प्रदर्शन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका के अवैध भारतीय प्रवासियों को डिपोर्ट करने के कदम से भारत में विपक्षी दलों के नेताओं ने नाराजगी जाहिर की है। इस मसले पर वायनाड सांसद प्रियंका गांधी ने संसद भवन के बाहर मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके अमेरिकी समकक्ष डोनाल्ड ट्रंप के द्विपक्षीय संबंधों पर सवाल उठाए है। प्रियंका गांधी ने कहा, "अगर पीएम मोदी ट्रंप के इतने अच्छे दोस्त हैं तो ऐसा क्यों होने दिया गया?" इसके बाद उन्होंने सवाल किया "हमारा जहाज क्यों नहीं जा सकता था इन भारतीयों को लेने के लिए?"
अमेरिकी डिपोर्टेशन के मुद्दे पर बवाल
प्रियंका गांधी ने अवैध भारतीय प्रवासियों को हथकड़ियां और बेड़ियां पहनाने पर भी गुस्सा जाहिर किया है। उन्होंने अमेरिका के रवैये की निंदा करते हुए कहा कि ये कोई तरीका नहीं है कि इंसानों के साथ इस तरह का बर्ताव किया जाए कि उन्हें हथकड़ियां और बेड़ियां पहना कर भेजा गया। इसके अलाव उन्होंने केंद्र सरकार की भी जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि इस तरह की अमानवीय स्थिति का सामना करने के लिए विदेश मंत्री और प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए।
बता दें, संसद में बुधवार को विपक्षी सांसदों द्वारा अमेरिकी डिपोर्टेशन के खिलाफ जमकर बवाल देखने को मिला। संसद में कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू होने के बाद विपक्षी सांसदों ने इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की। इसके बाद विपक्ष के 'सरकार शर्म करो' नारे से गूंज उठा। इस मामले पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि यह मुद्दा से सरकार भली-भांति परिचित है। यह मामला विदेश नीति से संबंधित है। संसद में कार्यवाही 12 बजे और फिर 2 बजे तक स्थागित कर दी गई थी।
संसद परिसर में विपक्ष दलों का विरोध प्रदर्शन
लोकसभा में कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने अमेरिकी डिपोर्टेशन पर चर्चा के लिए स्थगन नोटिस जारी किया। उन्होंने कहा, "100 से ज्यादा भारतीयों को अमेरिका से बाहर निकाले जाने की खबर ने पूरे देश को हैरान कर दिया है। ये मानवाधिकारों का उल्लंघन है और सरकार इस पर चुप क्यों है?" उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि भारत सरकार ने इस अमानवीय व्यवहार की निंदा अब तक क्यों नहीं की।
इसके बाद अमेरिकी डिपोर्टेशन के मुद्दे को लेकर संसद भवन के बाहर विपक्षी सांसदों ने एकमुश्त होकर विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और शशि थरूर समेत कई विपक्षी नेता मौजूद रहे थे। उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार की चुप्पी के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद अमेरिकी डिपोर्टेशन के मुद्दे को और भी ज्यादा हवा मिल गई। विपक्ष ने भारतीय नागरिकों को डिपोर्ट करना मानवाधिकार के खिलाफ बताया। विपक्ष का कहना है कि इस मामले पर सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
Created On :   6 Feb 2025 3:48 PM IST