दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: नई दिल्ली सीट पर होगा रोचक मुकाबला, केजरीवाल को टक्कर देंगे दो पूर्व सीएम के बेटे!
- नई दिल्ली विधानसभा चुनाव होने में कुछ समय बाकी
- केजरीवाल की सीट देखने को मिलेगा दिलचस्प मुकाबला
- पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटों को उतारेंगी बीजेपी और कांग्रेस
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने में अब थोड़ा ही समय बचा है। इलेक्शन कमीशन कभी भी तारीखों का ऐलान कर सकता है। इस केंद्र शासित राज्य की सबसे हॉट सीट नई दिल्ली पर इस बार बेहद दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है। इस सीट से मौजूदा विधायक और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटे चुनाव लड़ सकते हैं।
कांग्रेस ने शीला दीक्षित के बेटे को उतारा
कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपने 21 उम्मीदवारों की सूची जारी की है। इसमें नई दिल्ली विधानसभा सीट से कांग्रेस ने पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को उम्मीदवार बनाया है।
बीजेपी प्रवेश वर्मा को दी सकती है टिकट
वहीं चर्चा है कि दिल्ली के पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा को बीजेपी ने इस सीट से उतारने का फैसला कर लिया है। शनिवार को खुद प्रवेश ने कहा था कि उन्हें इस सीट से चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि इस बार चुनाव में नई दिल्ली से बीजेपी की जीत होगी।
नई दिल्ली सीट से ही चुनाव लड़ेंगे केजरीवाल
वहीं केजरीवाल पहले ही नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़ने की बात कह चुके हैं। उन्होंने शुक्रवार को एक कार्यक्रम में उन अफवाहों को खारिज कर दिया कि वह अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में नई दिल्ली सीट छोड़कर किसी सीट से चुनाव लड़ेंगे। जब केजरीवाल से सीट बदलने की संभावना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कोई बदलाव नहीं होगा। मैं नई दिल्ली सीट से और मुख्यमंत्री आतिशी कालकाजी से चुनाव लड़ेंगी।
इस दौरान संदीप दीक्षित और प्रवेश वर्मा पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने कहा कि वे दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटे हैं और मैं एक एक आम आदमी। इस तरह नई दिल्ली सीट पर मुकाबला पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटों और आम आदमी के बीच होगा।
बता दें कि इस सीट पर अरविंद केजरीवाल 2013 से लगातार जीत दर्ज करते हुए आए हैं। उन्होंने सबसे पहले 2013 के विधानसभा चुनाव में तत्कालीन सीएम शीला दीक्षित को 25 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था। वहीं साल 2015 में केजरीवाल ने नई दिल्ली सीट पर बीजेपी उम्मीदवार को 31,000 से अधिक वोटों से शिकस्त दी थी। हालांकि साल 2020 के विधानसभा चुनाव में उनकी जीत का अंतर घटकर 2000 वोट रह गया था। इस वजह से यह कहा जा रहा था कि वो इस बार नई दिल्ली की जगह दूसरी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
Created On :   14 Dec 2024 11:46 PM IST