BJP President Election: जल्द हो सकता है बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का ऐलान, जानिए कैसी होती है चुनाव की प्रोसेस?

- बीजेपी के नए अध्यक्ष के लिए बीजेपी-आरएसएस में चल रहा मंथन
- मार्च में हो सकता है नाम का ऐलान
- चुनाव के लिए पार्टी के संविधान और नियम की धारा-19 में प्रावधान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बीजेपी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने के लिए BJP और RSS बीते लंबे समय से मंथन कर रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक सूची तैयार हो चुकी है, किसी भी समय नाम का ऐलान हो सकता है। अध्यक्ष के चुनाव के लिए दो तरह के डिस्कशन चल रहे हैं। पहला ये कि किसी ऐसे नेता को अध्यक्ष बनाया जाए जो संगठन को चलाने में माहिर हो, आरएसएस बैकग्राउंड का हो और चुनावी रणनीति बनाने में खुद को साबित कर चुका हो। वो इसलिए क्योंकि आने वाले दो सालों में बिहार, बंगाल और यूपी जैसे बड़े राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं।
दूसरा डिस्कशन यह चल रहा है कि पार्टी का नया अध्यक्ष दक्षिण भारत से बने। क्योंकि बीजेपी उत्तर भारत में जितनी सफल रही है उतनी ही दक्षिण भारत में असफल रही है। अभी भी दक्षिण उसके लिए अभेद है। आने वाले तीन सालों में साउथ के बड़े राज्य तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक में चुनाव हैं। ऐसे में दक्षिण भारत से पार्टी का अध्यक्ष बनना बीजेपी को बड़ा सियासी फायदा दिला सकता है।
कैसे होता है बीजेपी अध्यक्ष का चुनाव?
बीजेपी के अध्यक्ष का चुनाव कैसे होता है? इसके लिए पार्टी के संविधान और नियम की धारा-19 में प्रावधान किए गए हैं। इसके अंतर्गत पार्टी का इलेक्टोरल कॉलेज नए अध्यक्ष का चुनाव करता है जो कि राष्ट्रीय परिषद और प्रदेश परिषदों के सदस्यों को मिलाकर बनता है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में चुनाव के नियम निर्धारित किए जाते हैं, जिसके तहत बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव होते हैं। इस चुनाव के लिए उम्मीदवारों को अपना नामांकन दाखिल करना पड़ता है।
उम्मीदवार की योग्यता
बीजेपी अध्यक्ष बनने के लिए उम्मीदवार को कम से कम 15 साल तक पार्टी का प्राथमिक सदस्य होना आवश्यक है। इलेक्टोरल कॉलेज के न्यूनतम 20 मेंबर उसके प्रस्तावक रहे हों। इसके साथ ही ये प्रस्ताव ऐसे 5 राज्यों से आएं हों, जहां राष्ट्रीय परिषद के चुनाव हो चुके हों। प्रस्ताव पर उम्मीदवार का साइन होना भी जरुरी है।
नामांकन के बाद मतदान होता है जो बैलेट बॉक्स के जरिए होता है। इसके बाद मतगणना के लिए बैलेट बॉक्सों को दिल्ली स्थित बीजेपी हेडक्वार्टर लाया जाता है। यहीं पर विजेता का ऐलान होता है। वहीं अध्यक्ष पद पर चुने गए उम्मीदवार के कार्यकाल की बात करें तो पार्टी के संविधान व नियम की धारा 20 के तहत चुनाव जीतने वाला उम्मीदवार तीन साल तक के लिए अध्यक्ष के पद पर रह सकता है। वहीं उसके कार्यकाल को तीन और साल के लिए भी आगे बढ़ाया जा सकता है। इस तरह उम्मीदवार कुल 6 साल तक इस पद पर बना रह सकता है।
Created On :   27 Feb 2025 5:42 PM IST