मोदी 3.0!: सवालों के घेरे में बीजेपी की 'अग्निवीर', सहयोगी दलों ने उठाए सवाल, क्या गठबंधन सरकार में बंद होगी योजना?

सवालों के घेरे में बीजेपी की अग्निवीर, सहयोगी दलों ने उठाए सवाल, क्या गठबंधन सरकार में बंद होगी योजना?
  • इंडिया गठबंधन की सरकार बनने को लेकर बोले सपा प्रमुख
  • लोकतंत्र की उम्मीद और आस बने रहने की कही बात
  • अग्निवीर पर बीजेपी फंसी संकट में

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा होने के बाद सरकार बनाने की कवायद तेज हो गई है। इस बीच समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इंडिया गठबंधन की सरकार बनने की उम्मीद जताई है। उन्होंने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि लोकतंत्र में जब गिनती होती है तो आस और उम्मीद कभी खत्म नहीं होती है। बता दें कि 4 जून को आए रिजल्ट में इंडिया गठबंधन की 234 सीटें आई हैं, जो कि बहुमत के आंकड़े (272) से कम हैं। लेकिन इसके बावजूद भी इंडिया गठबंधन को अभी भी सरकार बनाने की उम्मीद है।

दरअसल, भले ही भाजपा नीत एनडीए को इस चुनाव में 293 सीटें मिली हैं लेकिन इसके बावजूद भी सियासी गलियारों में एनडीए की सत्ता में वापसी मुश्किल होने की चर्चाएं चल रही हैं। इसकी वजह एनडीए में शामिल दो दल जेडीयू और टीडीपी हैं, जिनका इतिहास पलटी मारने का रहा है। 293 सीटों में से इन दोनों दलों की 28 सीटें हैं। यदि अपने इतिहास को दोहराते हुए ये दोनों दल फिर एक बार पलटी मारते हैं तो एनडीए गठबंधन की सीटें बहुमत के आंकड़े से कम हो जाएगी। इंडिया गठबंधन के नेता भी अपने बयानों में इन दोनों ही दलों को अपनी तरफ करने की बात कर रहे हैं।

लोकतंत्र में कभी उम्मीद खत्म नहीं होनी चाहिए

पत्रकारों के सवालों का जवाब देते समय जब सपा प्रमुख से सवाल हुआ कि क्या आपको इंडिया गठबंधन की सरकार बनने की संभावना नजर आ रही है? इसके जवाब में उन्होंने कहा, "मैंने आपसे पहले ही कहा है कि खुश करने से सरकारें बन रही हैं तो कोई और भी खुश कर सकता है।"

वहीं इस पर एक अन्य पत्रकार ने पूछा कि क्या आपको अभी भी उम्मीद है कि सरकार बन जाएगी? इसके जवाब में अखिलेश ने कहा, "लोकतंत्र में जब गिनती होती है तो आस और उम्मीद कभी खत्म नहीं होनी चाहिए। आस हमेशा बनी रहनी चाहिए, उम्मीद हमेशा रहनी चाहिए।"

सपा कभी अग्निवीर योजना को स्वीकार नहीं कर सकती - अखिलेश यादव

अग्निवीर योजना को लेकर अखिलेश ने कहा कि उनकी पार्टी इस सिस्टम को कभी स्वीकार नहीं कर सकती है। उन्होंने कहा, "खुशी की बात है कि इस बार विपक्ष मजबूत होगा। इस बार विपक्ष की आवाज नहीं दबेगी। ऐसे कई महत्वपूर्ण सवाल हैं जो जनता के सामने प्रस्तुत किए गए। सबसे बड़ा सवाल अग्निवीर नौकरियां हैं। समाजवादी पार्टी कभी भी अग्निवीर व्यवस्था को स्वीकार नहीं कर सकती।"

सहयोगी पार्टी ने उठाया मुद्दा, संकट में बीजेपी

बता दें कि चुनाव में खुद के दम पर बहुमत हासिल न करने के बाद बीजेपी एनडीए में शामिल सहयोगी दलों के समर्थन से सरकार बनाने की जुगत में लगी हुई है। इस बीच अग्निवीर योजना का मुद्दा उठाकर सहयोगी पार्टी जेडीयू ने बीजेपी की टेंशन बढ़ा दी है। जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कहा है कि सरकार को अग्निवीर योजना की समीक्षा करनी चाहिए। उनका मानना है कि इस योजना से मतदाताओं का एक वर्ग नाराज है। जेडीयू चाहती है कि जिन योजना की जिन कमियों पर जनता को ऐतराज है उन्हें दूर किया जाए।

बता दें कि केंद्र की मोदी सरकार ने जून 2022 में इस योजना की शुरूआत की थी। चार साल के कांट्रैक्ट पर सेना, नौसेना और भारतीय वायु सेना में भर्ती करने के लिए प्रारंभ की गई थी। इस योजना के लागू होते ही देश में जगह-जगह इसके खिलाफ प्रदर्शन हुए थे। कई जानकारों का कहना है कि इस चुनाव में बीजेपी के कमजोर प्रदर्शन के कारणों में अग्निवीर योजना भी है।

Created On :   6 Jun 2024 5:22 PM IST

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