बिहार सियासत: लालू के करीबी विधायक के बयान से बढ़ी सियासी हलचल, नीतीश के पाला बदलने की चर्चा तेज, पिछले साल भी दिसंबर में हुआ था बड़ा प्लान
- नीतीश कुमार के पाला बदलने की चर्चा तेज
- लालू यादव के करीबी विधायक ने किया बड़ा दावा
- पिछले साल भी दिसंबर में हुआ था बड़ा प्लान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार में पिछले साल दिसंबर महीने के आखिरी सप्ताह में सियासी उठापटक की पटकथा लिखी गई थी। जिसके बाद इसी साल जनवरी में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपना पाला बदलते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया था। इस बीच राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के एक करीबी विधायक भाई वीरेंद्र ने बड़ा दावा किया है।
लालू के करीबी नेता का बड़ा दावा
गुरुवार को खगड़िया में मीडिया से लालू के करीबी विधायक ने कहा कि राजनीति में कुछ भी संभव है। राजनीति में ना कोई परमानेंट दोस्त होता है ना ही दुश्मन होता है। बिहार में खेला होने के सवाल पर आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र ने कहा कि बिहार में खेला हुआ है और आगे भी हो सकता है। राजनीति परिस्थितियों का खेल है, जब जैसी परिस्थिति आएगी वैसा काम किया जाएगा।
लालू यादव के करीबी नेता ने आगे कहा कि अगर वो (नीतीश कुमार) सांप्रदायिक ताकतों को छोड़कर आते हैं और उनका भी अगर मन भर चुका है सांप्रदायिक शक्तियों के साथ रहकर, देशद्रोहियों के साथ रहने की अब इच्छा नहीं है तो निश्चित रूप से हम उनका स्वागत करेंगे। एनडीए के अंदर खींचतान की अटकलों के बीच आरजेडी विधायक के इस बयान ने बिहार की सियासी सरगर्मियां बढ़ा दी है।
बीजेपी नेता का पलटवार
बीजेपी नेता और बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में सुशासन की सरकार है जिससे बिहार में विकास हो रहा है। बिहार में स्कूल, रोगजार और व्यापार है इसलिए बिहार की जनता जंगलराज की वापसी नहीं चाहती। 'घमंडिया' गठबंधन भी बिखर गया है। कांग्रेस को पहले मुख्यमंत्री की कुर्सी दिजिए बेचैनी में मत रहिए। इसके अलावा बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि आरजेडी के लोग दिन में सपने देखने लगे हैं। सत्ता की बेचैनी में हो पागल हो गए हैं। पागलपन में कुछ भी बयान देते रहते हैं।
पिछली बार भी सर्द रात में बदल गया था समीकरण
बता दें कि, पिछले साल दिसंबर महीने के आखिरी सप्ताह में नीतीश कुमार ने बिहार सियासत को लेकर नई पटकथा सेट की थी। सर्द रात में नीतीश कुमार बिहार की राजनीति को लेकर सोशल इंजनीयरिंग करने में जुटे थे। इसके बाद अब आरजेडी नेता के बयान से फिर एक बार कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या नीतीश एक फिर पाला बदलने का मन बना चुके हैं? हालांकि, नीतीश कुमार के मन में क्या चल रहा है, यह उनके अलावा कोई ओर नहीं जानता है। उनकी पार्टी के प्रवक्ता को भी अपना स्टैंड नीतीश कुमार की तरह जल्दी-जल्दी बदलना पड़ता है।
Created On :   26 Dec 2024 5:51 PM IST