यूपी सियासत: लाल टोपी के बाद सफेद जालीदार टोपी की एंट्री से गरमाई सियासत, जानिए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने किस पर कसा तंज?

लाल टोपी के बाद सफेद जालीदार टोपी की एंट्री से गरमाई सियासत, जानिए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने किस पर कसा तंज?
  • सपा की जेब में सफेद जालीदार टोपी- डिप्टी सीएम
  • लाल टोपी के बाद शुरू हुआ नया सियासी बयान
  • सपा नेताओं की प्रतिक्रिया इंतजार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में लाल टोपी को लेकर सियासत तेज है। हाल ही में सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लाल टोपी का जिक्र कर समाजवादी पार्टी (सपा) के नेताओं का पारा बढ़ा दिया। अब इस मामले में खुद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य कूद पड़े हैं। उन्होंने लाल टोपी के साथ अब जालीदार टोपी का भी जिक्र किया है।

पायजामा की जेब में जालीदार टोपी- डिप्टी सीएम

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, "सपा के साथ टोपी का खेल ही निराला है। सिर पर लाल टोपी और पायजामा की जेब में सफेद जालीदार टोपी। इन दोनों टोपियों की बीच झूलती है सपा। 2027 में 2017 दोहरायेंगे।" डिप्टी सीएम के बयान पर अभी सपा की ओर से किसी भी तरह की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।

जानें पूरा मामला

गौरतलब है कि पिछले महीने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कानपुर की एक रैली को संबोधित किया था। जहां उन्होंने सपा पर निशाना साधते हुए कहा था कि इनकी टोपी लाल है, लेकिन कारनामे काले हैं। साथ ही, इनका इतिहास काले कारनामों से भरा पड़ा है। इसके अलावा सपा को लेकर सीएम योगी के कथित आपत्तिजनक बयान पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा था कि रंग अच्छा बुरा नहीं होता, नजरिया बुरा होता है। साथ ही, अखिलेश यादव ने कहा था कि योगी जी अभी तक लोकसभा चुनाव में मिली हार के सदमे से उबर नहीं पाए हैं।

सीएम योगी पर अखिलेश का तंज

इस मामले पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने 'एक्स' पर लिखा था, "लाल रंग मिलन का प्रतीक होता है। जिनके जीवन में प्रेम-मिलन, मेल-मिलाप का अभाव होता है, वे अक्सर इस रंग के प्रति दुर्भावना रखते हैं। लाल रंग शक्ति का धारणीय रंग है, इसलिए कई पूजनीय शक्तियों से इस रंग का सकारात्मक संबंध है, लेकिन जिन्हें अपनी शक्ति ही सबसे बड़ी लगती है, वे लाल रंग को चुनौती मानते हैं।"

Created On :   2 Sept 2024 1:43 PM GMT

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